राज्य शिक्षक पुरस्कार से अलंकृत होंगी अनिता व दीपलता

अंबिकापुर,5सितम्बर। शिक्षक दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में सोमवार को सरगुजा जिला भी गौरवान्वित होगा। सीतापुर विकासखण्ड के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय राधापुर की शिक्षिका अनिता तिवारी एवं अंबिकापुर विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय असोला की व्याख्याता दीपलता देशमुख को छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा राज्य शिक्षक सम्मान 2022 (राज्यपाल पुरस्कार) प्रदान किया जाएगा। शिक्षिका अनिता तिवारी और दीपलता देशमुख ने नवाचारी शिक्षिका के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। इसी का प्रतिफल है कि इन दोनों को राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि से शिक्षा विभाग भी उत्साहित है। कोरोना काल में भी इन दोनों शिक्षिकाओं ने बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दीपलता देशमुख ने तो मोहल्ला क्लास का आयोजन कर खुद की चिंता किए बगैर गांव-गांव में जाकर बच्चों को पढ़ाने का काम किया था।अनिता तिवारी को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए जिले, राज्य, स्तर के कई कार्यो में दायित्वों के निर्वहन हेतु यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। 22 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में सेवा दे रही शिक्षिका ने पदस्थापना के आरंभ से ही विद्यार्थियों को विभिन्ना नवीन तकनीकों का प्रयोग कर अध्ययन के प्रति रुचि जागृत और उनके स्तर विकास हेतु लगातार प्रयास किया गया है। इनके द्वारा कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में भी विद्यार्थियों को शिक्षा से जोड़े रखने विभिन्ना नवाचारी गतिविधियों को अपनाया गया जिसमें मोहल्ला क्लास, आनलाइन क्लास,मिस्डकाल , व्हाटसएप ग्रुप ,फोन काल आदि के माध्यम से अध्यापन जारी रखा गया। इनके मोहल्ला क्लास का अवलोकन तत्कालीन शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला द्वारा भी किया गया था, जिससे वे बहुत प्रभावित थे। इनके शैक्षिक कार्यों से प्रभावित हो शिक्षा विभाग पोर्टल पढ़ई तुंहर दुआर के हमारे नायक में भी स्थान मिल चुका है ।अपने प्रभावी शैक्षणिक कार्यो के कारण अनिता तिवारी को मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री ,स्वास्थ्य मंत्री और गृह मंत्री के द्वारा राज्य स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। अनिता तिवारी बताती है कि जब कार्यों की प्रशंसा किसी उपलब्धि के रूप में प्राप्त होती है,तो वहां कार्य निर्वहन की चुनौती और भी बड़ी हो जाती है,और मैं इस चुनौती को स्वीकार करते हुए बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु तैयार रहूंगी।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय असोला की व्याख्याता दीपलता देशमुख का चयन भी राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान के लिए किया गया है। दीपलता देशमुख ने अपने उत्कृष्ट कार्यो से शिक्षा के क्षेत्र में सरगुजा में अपनी अलग पहचान बनाई है।संस्कृत की नवाचारी शिक्षिका दीपलता देशमुख को उनके विभिन्ना नवाचारी प्रयासों ,ब्लाग लेखन, सीजी पोर्टल में हमारे नायक में चयन,कोरोनाकाल के दौरान सराहनीय कार्यों हेतु पुरस्कृत किया जाएगा। कोरोना काल में खुद की चिंता किए बगैर दीपलता देशमुख ने बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखने का काम किया था। वे हर रोज मोहल्ला क्लास जाकर बच्चों को पढ़ाया करती थी। कोरोना काल मे भी उन्होंने बच्चों को प्राथमिकता क्रम में रखा, खुद की चिंता कभी नहीं की। विद्यार्थी हमेशा उनके केंद्र रहे। उनके लिए व्याख्याता दीपलता ने कई नवाचारी प्रयास भी किया जिसका सुखद परिणाम भी देखने को मिला है। दोनों ही शिक्षिकाओं का बच्चों से अत्यंत आत्मीय लगाव है, और इनके हितार्थ वे तन,मन,धन से तत्पर रहती हैं। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक राजेंद्र जायसवाल, अरविंद गुप्ता , ओमप्रकाश साहू, दोनों शिक्षिकाओं के शाला परिवार एवं स्वजन ने बधाई दी है।