तेज बारिश ने बिगाड़े हालात : कारें बहीं, स्कूलों में छुट्टी…

इंदौर । मध्यप्रदेश के इंदौर में मंगलवार रात को झमाझम बारिश मुसीबतें लेकर आई। शहर में कई जगह जलजमाव हो गया तो कुछ जगह कारें बहने के वीडियो भी सामने आए हैं। नए महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी सड़कों पर निकल गए। कई इलाकों में देर रात पौने एक बजे फिर तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। अति वर्षा को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह ने पहले से कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी स्कूल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि जो स्कूल बुधवार को प्रारंभ हो चुके हैं, उनके संचालक सभी छात्र-छात्राओं को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। बुधवार सुबह तक 19 फीट क्षमता वाले शहर के सबसे बड़े यशवंत सागर का जलस्तर साढ़े 19 फीट तक पहुंच गया है। डैम के तीन गेट खोले गए हैं।   

बता दें कि मंगलवार सुबह से शहर का मौसम साफ था। दिन में धूप भी निकली थी, और उमस भी बहुत थी। शाम सात बजे से मौसम बदला और पहले बूंदाबांदी और फिर तेज बारिश शुरू हो गई। फिर रुक-रुककर हल्की बारिश का सिलसिला चलता रहा। करीब साढ़े 8 बजे से फिर तेज बारिश शुरू हो गई। करीब डेढ़ घंटे जोरदार पानी बरसा। इस बारिश ने शहर में कई इलाकों की हालत बिगाड़ दी। इंदौर में पश्चिम इलाके में कई जगह जल जमाव हो गया। कई घरों में पानी घुस गया। लोग पानी उलीचते नजर आए। एयरपोर्ट के मौसम केंद्र पर इस मानसून सीजन में अब तक 779.7 मिलीमीटर (30.6 इंच) वर्षा दर्ज की गई है। जल कार्य समिति के पूर्व प्रभारी बलराम वर्मा ने तालाबों की ताजा स्थिति जारी करते हुए बताया कि यशवंत सागर का एक गेट रात को 12:30 बजे खोला गया। इसके बाद जब पानी का फ्लो कम नहीं हुआ तो दूसरा गेट रात करीब 3:00 बजे खोला गया। रातभर हुई बारिश के चलते सुबह साढ़े छह बजे तीसरा गेट खोला गया। दोपहर लगभग 12 बजे तक यह गेट चालू रहेंगे। एयरपोर्ट के मौसम केंद्र पर इस मानसून सीजन में अब तक 779.7 मिलीमीटर (30.6 इंच) वर्षा दर्ज की गई है। बीते 24 घंटे में शहर में सवा चार इंच बारिश हुई है।

इंदौर के द्वारकापुर क्षेत्र के प्रजापत नगर राम मंदिर मेन रोड में बहाव इतना तेज था कि दो कारें चालक सहित बह गईं, एक कार का बहते-बहते पलट गई। जैसे तैसे चालक बाहर निकला। रहवासियों ने घटना के वीडियो बना लिए, जो जमकर वायरल हो रहे हैं। वहीं राजीव गांधी चौराहे से बिजलपुर जाने के रास्ते भी बंद जैसे हो गए। सड़क पर पानी ही पानी नजर आ रहा था। यातायात बाधित हुआ, थोड़ी देर के लिए जाम भी लगा।

शहर के कई हिस्सों मे जल भराव की सूचना मिलने के बाद महापौर पुष्यमित्र भार्गव पश्चिम क्षेत्र के जल भराव वाले इलाक़ों में पहुंचे। भार्गव के साथ संबंधित क्षेत्र के झोन अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय पार्षद बबलू शर्मा और प्रशांत बड़वे भी थे। भार्गव ने सभी झोन के अधिकारियों से चर्चा कर निर्देश भी दिए कि जिन जगहों पर जल भराव है उन जगहों पर जा कर मोर्चा संभालें। महापौर भार्गव वैशाली नगर, स्कीम नम्बर 71,  राजेंद्र नगर, द्वारकापुरी, विशाल नग़र, नालंदा परिसर पहुंचे थे। उन्होंने भारी बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। रहवासियों से मुलाकात कर निगम के अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश दिए हैं।

इंदौर जिले में जारी मानसून सत्र में अब तक 29.9 मिलीमीटर औसत वर्षा हो चुकी है। ये आंकड़ा वर्षभर की सामान्य वर्षा की तुलना में 55.65 प्रतिशत है। जिले में 952.20 मिलीमीटर सामान्य वर्षा मानी जाती है। भू-अभिलेख कार्यालय के अनुसार जिले के इंदौर क्षेत्र में 670.8 मिलीमीटर, महू क्षेत्र में 503 मिलीमीटर, सांवेर क्षेत्र में 514.8 मिलीमीटर, देपालपुर में 571.9 मिलीमीटर तथा गौतमपुरा क्षेत्र में 389 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।