सफलता की कहानी : पशुपालन से सहदेव पटेल के जीवन में आयी खुशहाली, बने सफल उद्यमी 15 गाय से शुरू किया दुग्ध व्यवसाय, खरीदी कार, हार्वेस्टर के भी बने मालिक

रायगढ़, 3 अगस्त । शासन द्वारा किसानों एवं आमजन को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबन बनाने के लिए उन्हें आर्थिक एवं तकनीकी रूप से रूप से सहयोग प्रदान कर रही है, जिससे नए उद्यम के मार्ग खुल रहे हैं। शासन द्वारा इसी कड़ी में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना का संचालन किया जा रहा है, यह योजना पशुधन विकास विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है।  जिसके अंतर्गत उन्नत नस्ल की दुधारू गाय एवं भैंस प्रदान की जा रही है एवं समय-समय पर उन पशुओं की देखभाल हेतु टीकाकरण एवं तकनीकी मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है।

 

इसी का उदाहरण रायगढ़ जिले के सारंगढ़ विकासखंड के ग्राम दमदरहा निवासी श्री सहदेव पटेल के रूप में देखने को मिला। जो मूल रूप से किसानी कार्य में ही संलग्न रहते थे, परंतु श्री पटेल किसानी कार्य के अलावा कोई अन्य व्यवसाय प्रारंभ करना चाहते थे। जिससे उनके आय में वृद्धि हो और उनकी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति सुदृढ़ हो सके। श्री पटेल को शासन द्वारा संचालित राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना के बारे में जानकारी प्राप्त हुई तथा उनके द्वारा सन 2019-20 राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना के बारे में पशुधन विकास विभाग द्वारा विस्तृत जानकारी प्राप्त कर इसका लाभ लेने हेतु आवेदन किया। श्री सहदेव पटेल ने डेयरी स्थापना के लिए भारतीय स्टेट बैंक कृषि विकास शाखा सारंगढ़ से 12 लाख रुपए प्राप्त किए। जिसमें से पशुधन विकास विभाग द्वारा दुधारू गाय, शेड निर्माण, जल व्यवस्था, वर्मी टांका आदि के रूप में 6 लाख रुपए अनुदान प्रदान किया गया। श्री पटेल 15 गाय से डेयरी व्यवसाय प्रारंभ किए थे, आज वर्तमान में उनके पास 15 गाय, 10 बछिया एवं 5 बछड़े के साथ कुल 30 पशुधन हैं। वे आज प्रतिदिन लगभग 90 से 100 लीटर दूध प्राप्त कर रहे हैं। जिससे उन्हें दूध विक्रय कर प्रतिमाह लगभग 35 से 40 हजार रुपए आमदनी हो रही है। उनका कहना है कि पशुधन की संख्या को 50 से अधिक करना है जिससे आमदनी में और वृद्धि हो सके। वे बताते है कि पारंपरिक रूप से गोबर खाद बनाकर प्रति टे्रक्टर खाद विक्रय कर अतिरिक्त आय प्राप्त करते थे, जो कि कम था। लेकिन अब गांव में भी गोबर खरीदी प्रारंभ हो चुकी जहां गोबर विक्रय करेंगे जिससे और अधिक आमदनी प्राप्त होगी। श्री पटेल द्वारा डेयरी व पशुपालन गतिविधियों से प्राप्त आय से स्वयं के लिए चार पहिया वाहन खरीद चुके हैं साथ ही ऋण व अन्य आमदनी से उन्होंने कृषि कार्य के लिए हार्वेस्टर तथा पशुओं के चारा काटने की मशीन भी खरीद चुके है। श्री पटेल ने कहा कि डेयरी कार्य से मुझे अच्छी आमदनी हो रही हैं, मेहनत तो सभी कार्य में होता है लेकिन इस कार्य ने उनकी जीवन बदल दी। आगामी भविष्य में और वृहद स्तर पर बढ़ाने का कार्य योजना है। श्री पटेल ने शासन द्वारा प्रदत तकनीकी मार्गदर्शन वह सहयोग के लिए शासन-प्रशासन का आभार व्यक्त किया।