Monkeypox in India: भारत में भी मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ता जा रहा है। ताजा खबर यह है कि केरल में मंकीपॉक्स का पांचवां मरीज सामने आया है। यह शख्स हाल ही में यूएई से लौटा था। मरीज को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। स्वास्थ्य अधिकारी नजर रखे हुए है। इससे पहले राजस्थान में भी संदिग्ध मरीज मिला है। राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि बीमारी के लक्षणों वाले 20 वर्षीय व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसके नमूने पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं। मरीज को मंकीपॉक्स के मामलों के लिए बनाए गए विशेष वार्ड में निगरानी में रखा गया है। युवक पिछले चार दिनों से बुखार से पीड़ित है और उसके शरीर पर चकत्ते हैं।
देश में मंकीपाक्स से पहली मौत, हाल ही में यूएई से केरल लौटा था युवक
इससे पहले सोमवार को देश में मंकीपाक्स से पहली मौत की पुष्टि हुई है। पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से केरल लौटे युवक की मौत हुई है। केंद्र सरकार ने मंकीपाक्स के मामलों पर निगरानी रखने और उसकी रोकथाम के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। देश में मंकीपाक्स का छठा मामला भी सामने आया है। दिल्ली में सोमवार को नाईजीरिया के एक नागरिक को इससे संक्रमित पाया गया है। हाल के दिनों में वह किसी दूसरे देश की यात्रा भी नहीं की थी।
मंकीपाक्स से मौत का यह एशिया का भी पहला मामला है। इसको मिलाकर विश्व में अब तक इस बीमारी से चार लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें स्पेन में दो और ब्राजील में एक मौत शामिल है। अब तक 78 देशों में इसके 18,000 से ज्यादा मामले मिल चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसको लेकर 23 जुलाई को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की थी।
टास्क फोर्स के प्रमुख होंगे डा. वीके पाल
समाचार एजेंसी प्रेट्र ने सूत्रों के हवाले कहा है कि मंकीपाक्स के मामलों पर नजर रखने और उसकी रोकथाम के लिए गठित टास्क फोर्स के प्रमुख नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा. वीके पाल होंगे। टास्क फोर्स बीमारी की जांच और रोकथाम के उपायों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आवश्यक सलाह और दिशानिर्देश देगा।
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