रायपुर/कांकेर । कांकेर के मरीन ड्राइव कहे जाने वाले डड़िया तालाब की खूबसूरती और निखर गई है। ऊपर नीचे रोड के चारों ओर रायपुर के मरीन ड्राइव (तेलीबांधा तालाब) के तर्ज पर 230 मीटर का पाथवे तैयार किया गया है। पूर्व दिशा में विश्राम पथ, दक्षिण में धर्म पथ, पश्चिम में जनपथ और उत्तर दिशा में न्याय पथ तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर इस परिसर का लोकार्पण किया।
उल्लेखनीय है कि प्रशासन द्वारा 72.67 लाख रूपयों की लागत से यहां 51 ट्यूबलर पोल एलईडी लाईट, गार्डन एवं बैठने की व्यवस्था की गई है जबकि ऊपर-नीचे रोड में 10 लाख रूपये की लागत से 161 मीटर वाल में बस्तर की जनजाति, परंपरा, संस्कृति एवं पर्यटन स्थलों को उकेरा गया है। जिसे देखने प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं।
जनश्रुति है कि सोमवंशी राजाओं के प्राचीन महल के सामने इस तालाब का निर्माण कराया गया था। पुरातन शिलालेख के अवशेषों के अनुसार इस तालाब पर मंदिर का निर्माण सोमवंशी राजा भानुदेव के मंत्री वासुदेव ने प्रस्तर खण्डों से करवाया था। जिसके कालांतर में धराशायी होने पर राजा कोमलदेव के शासन काल में पुनः मंदिर निर्माण कर प्राचीन मूर्तियों को इसमें प्रतिस्थापित कराया गया था। इस तालाब के मध्य में जलहरी युक्त शिवलिंग और नंदी के मूर्ति स्थापित है। यह तालाब कांकेर का सबसे गहरा तालाब कहा जाता है। यहां वर्ष भर पानी रहता है।