Delhi Air Pollution: प्रदूषण की वजह से दिल्ली में सरकारी दफ्तरों की बदली टाइमिंग; CM आतिशी का बड़ा फैसला

Delhi Air Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की. प्रदूषण और यातायात की भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए दिल्ली में सरकारी कार्यालयों के टाइम टेबल में बदलाव किया गया है. इस कदम का उद्देश्य सड़क पर वाहनों की संख्या को कम करना और यातायात को सुगम बनाना है.

सीएम ने ट्वीट कर बताया कि दिल्ली नगर निगम के कार्यलय की टाइमिंग सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक होगी, जबकि केंद्र सरकार के कार्यालयों की टाइमिंग सुबह 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक और दिल्ली सरकार के ऑफिसों की टाइमिंग सुबह 10 बजे से शाम 6:30 बजे तक होगी.

सीएम ने एक्स पर कहा कि यातायात की भीड़ और उससे जुड़े प्रदूषण को कम करने के लिए, दिल्ली में सरकारी कार्यालयों के समय में बदलाव किया जाएगा. यातायात की भीड़ और उससे जुड़े प्रदूषण को कम करने के लिए, दिल्ली भर के सरकारी कार्यालयों में अलग-अलग समय पर काम होगा. यह समय विभाजन सड़क पर वाहनों के दबाव को कम करेगा, जिससे यातायात की स्थिति सुधरेगी और प्रदूषण में कमी आएगी.

दिल्ली में GRAP का स्टेज-3 हुआ लागू

दिल्ली में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है. बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर शुक्रवार सुबह आठ बजे से दिल्ली में GRAP का स्टेज-3 लागू किया गया है. वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कई नियम बनाए गये हैं. दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि राजधानी क्षेत्र दिल्ली में 106 अतिरिक्त क्लस्टर बसें चलाई जाएंगी. इसके साथ ही अधिक मेट्रो ट्रेनें भी चलाई जाएंगी. मेट्रो प्रतिदिन की अपेक्षा करीब 60 एक्स्ट्रा चक्कर लगाएगी.

इन गाड़ियों पर प्रतिबंध:

ई-बस और सीएनजी बसों को छोड़कर अंतरराज्यीय बसों की दिल्ली में एंट्री पर रोक.

BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध.

वायु गुणवत्ता का हाल

दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) शुक्रवार को 411 के स्तर पर पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है. लगातार गिरती हुई वायु गुणवत्ता ने सरकार को निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर भी प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर कर दिया है.

कृत्रिम बारिश पर विचार

दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि यदि वायु गुणवत्ता और बिगड़ती है, तो कृत्रिम बारिश जैसे उपायों पर विचार किया जाएगा. इसके लिए केंद्र सरकार से बात करने की योजना है. यह कदम हवा में मौजूद धूल और प्रदूषण के कणों को नीचे लाने में मदद कर सकता है.

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