केदारनाथ में बर्फबारी से यात्रा तैयारियों में व्यवधान, कल खुल रहे हैं धाम के कपाट

रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में मई के महीने में भी बर्फबारी हो रही है. कल यानी शुक्रवार को भक्तों के लिए बाबा के द्वार खोले जाने हैं. उससे पहले बर्फबारी और बारिश ने यात्रा तैयारियों को पूरा करने में परेशानियां खड़ी कर दी हैं. आये दिन धाम में हो रही बर्फबारी से धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी बाधित हो रहे हैं. केदारनाथ धाम में इन दिनों दोपहर बाद मौसम खराब हो रहा है. बर्फबारी के साथ जहां बारिश हो रही है, वहीं एक दिन बाद शुरू होने वाली यात्रा तैयारियों को समय पर पूरा करने में भी दिक्कतें हो रही हैं.

बाबा केदार की डोली आज केदारनाथ पहुंच जाएगी. बाबा की डोली के साथ हजारों यात्री भी चल रहे हैं. लेकिन मौसम खराब होने के कारण यात्रियों की मुसीबतें भी बढ़ गयी हैं. केदारघाटी में भी इन दिनों दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है. इस कारण घाटी में भी ठंड बढ़ गयी है. धाम में हो रही बर्फबारी के चलते रुद्रप्रयाग पुलिस की ओर से केदारनाथ आने वाले यात्रियों को गर्म कपड़े साथ में लाने की सलाह दी जा रही है. पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि सभी यात्री अपने साथ गर्म कपड़े जरूर लायें.

केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा: श्रद्धालु जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) की बेवसाइट gmvnonline.com से हेलीकॉप्टर बुक कर सकते (Helicopter service to Kedarnath Dham) हैं. केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से उपलब्ध है. गुप्तकाशी से आने-जाने का किराया 7750 रुपए, फाटा से 4720 रुपए और सिरसी से 4680 रुपए है. IRCTC ने भी टूर पैकेज की पेशकश की है. 10 रात और 11 दिन के इस पैकेज में प्रति यात्री 58,220 रुपए खर्च होंगे. इसके लिए IRCTC की वेबसाइट irctc.com पर संपर्क कर सकते हैं.

धाम में यात्रियों की संख्या का निर्धारण

 गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट 3 मई को खुल चुके हैं. शुक्रवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे.चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की संख्या मंदिर समिति द्वारा निर्धारित कर दी गई है. मंदिर समिति द्वारा निर्धारित की गई यात्रियों की संख्या यात्रा के पहले 45 दिनों के लिए है. बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए हर दिन 15,000 यात्री दर्शन करेंगे. वहीं केदारनाथ के दर्शन के लिए हर दिन 12 हजार यात्रियों को अनुमति है. इसके अलावा गंगोत्री में 7,000 यात्री 1 दिन में कर दर्शन करेंगे. जबकि एक दिन में यमुनोत्री में चार हजार श्रद्धालु ही दर्शन कर सकेंगे. शासन की ओर से इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है.

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