नई दिल्ली: इंसान चाहे तो कुछ भी वेस्ट नहीं जाने दे सकता, जी हां जहां पूरी दुनिया में पेपर बनाने के लिए पेड़ों की कटाई हो रही है, इस वजह से पर्यावरण को हानि हो रही है। लेकिन श्रीलंका ने पेड़ों के सरक्षण के लिए एक नया कदम उठाया है। जी हां उन्होने पेपर बनाने के लिए पेड़ों का नहीं बल्कि हाथी के गोबर का इस्तेमाल किया है। जी हां श्रीलंका में एक शख्स हाथी (Paper made from Elephant dung in Sri Lanka) के मल से पेपर बनाने का काम कर रहा है और इतना ही नहीं बल्कि उसके पेपर 30 देशों में कॉपी-किताबों का रूप देकर बेचे जा रहे हैं। आइए जानते है क्या है इसकी प्रक्रिया…
बता दें कि श्रीलंका के रहने वाले थुसिथा रानासिंघे (Thusitha Ranasinghe) और उनके परिवार की 3 पुश्तें पेपर बिजनेस से जुड़ी हुई हैं। मगर 24 साल पहले थुसिथा को एक गजब का आइडिया सूझा जिसने उनके बिजनेस को और ज्यादा बढ़ा दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार साल 1996-1997 में थुसिथा ने हाथियों के मल से पेपर बनाने का प्लान बनाया। जो बेहद सफल रहा।
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