कनकी में शिव पार्वती विवाह झांकी एवं शोभायात्रा 28 को, महाशिवरात्रि महामेला 01 मार्च से शुभारंभ

धनेश्वर राजवाड़े


कोरबा 26 फरवरी (वेदांत समाचार) विकासखंड करतला ग्राम कनकी में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि पर कनकेश्वर महादेव मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों सहित विशेष पूजा अर्चना की जाती है। कोरबा जिले सहित पड़ोसी जिले के लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण कनकेश्वर महादेव शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए यहां पहुंचते हैं। कांवरियों की टोली कांवर में जल भरकर बोल बम का उद्घोष करते हुए कनकेश्वर महादेव एवं कनकेश्वरी महामाया देवी का दर्शन लाभ प्राप्त करते हैं। वहीं महाशिवरात्रि को यहां मेला लगता है जहां झूला, सिनेमा एवं जादूगर सहित मनोरंजन कई साधन आये रहते हैं। ग्रामवासी सहित आसपास क्षेत्र के लोग यहां लगने वाले मेले का लुत्फ उठाते हैं। कनकी में 01मार्च से शुरू होने वाले महाशिवरात्रि मेले को केवल कुछ दिन शेष रह गए हैं, जिसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। कोरोना काल के बाद सामान्य जन जीवन के साथ महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए कनकेश्वर सेवा समिति ने तैयारी शुरू कर दी है। मंदिर एवं मंदिर के आसपास के मैदान की साफ-सफाई का कार्य कर लिया गया है।

ऐतिहासिक मंदिर में विराजमान जहां भुईंफोड़ महादेव स्वयंभू लिंग की पूजा-अर्चना करने के लिए दूरदराज से लोग पहुंचते हैं। भगवान शिव के दरबार में मन्नतें मांगने के लिए प्रदेश के सभी जिलों से श्रद्धालुगण महाशिवरात्रि पर्व में कनकेश्वरधाम आते हैं। ग्राम कनकी के युवा संगठन कनकेश्वर सेवा समिति बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हमेशा तत्पर रहती है, उनके द्वारा बाहर से आने वाले सभी दर्शनार्थियों को हर सुविधा उपलब्ध कराती है।समिति के सदस्यों ने बताया कि कोरोना के कारण हर वर्ष लगने वाले महाशिवरात्रि मेला थोड़ा फीका पड़ गया था। शासन के निर्देशानुसार मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं एवं व्यापारियों को कोरोना गाईड लाईन का पालन करना अनिवार्य है। मेला आयोजन समिति ने भी अपील की है कि मंदिर में श्रद्धालुगण कोविड नियमों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कतार बद्ध होकर पवित्र हसदेव नदी में डुबकी लगाकर कनकेश्वर भोले नाथ का दर्शन लाभ और चकेश्वर महादेव पूजा आराधना के उपरांत सुरक्षित घर लौटें।