एक्सप्रेस-वे पर अब सफर करना हुआ महंगा, 10 फीसदी तक बढ़ सकते हैं टोल के दाम…

राष्ट्रीय राजमार्ग (हाईवे) और एक्सप्रेस-वे पर चलने वालों के लिए अप्रैल से सफर महंगा हो जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने सड़क एवं परिवहन मंत्रालय से टोल बढ़ोतरी की सिफारिश की है। हालांकि अभी टोल दरें तय नहीं की गई हैं, लेकिन कम से कम 10 फीसदी की बढ़ोतरी टोल दरों में की जा सकती है। बढ़ी दरें मासिक पास धारकों पर भी लागू होंगी। उन पर भी 10 फीसदी बढ़ोतरी का अतिरिक्त भार पड़ेगा। गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल पर दिल्ली-जयपुर हाईवे और गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेस वे, दोनों का संयुक्त टोल वसूला जाता है। इसके अलावा कुंडली-पलवल-मानेसर (केएमपी) और फरीदबाद रोड पर टोल वसूली होती है। तीनों की दरों में अंतर है।

हाईवे की टोल दरें एनएचएआई की सिफारिश पर सड़क एवं परिवहन मंत्रालय तय करता है जबकि केएमपी एक्सप्रेस-वे की दरें हरियाणा राज्य औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) की ओर से तय की जाती हैं। बढ़ोतरी के पीछे कोरोना में लॉकडाउन का तर्क दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कोरोना के कारण टोल प्लाजा को काफी नुकसान हुआ है, जिस कारण टोल वसूली का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया। अब जब सब सामान्य हो गया है, इसलिए बढ़ोतरी की जा रही है।

कहां कितनी है मौजूदा दरें 
खेड़की दौला टोल
कार, जीप, वैन  :   70 रुपये (सिंगल फेरे के)
हल्के वाणिज्यिक वाहन : 100
डबल एक्सेल बस, ट्रक : 100
3 एक्सेल वाहन     :   205

(कार के लिए मासिक पास 725 रुपये में है।)

केएमपी 
यहां दूरी के हिसाब से टोल वसूली होती है। एचएसआईआईडीसी ने दूरी के हिसाब से वाहनों को श्रेणी में बांटकर दरें तय की हुईं हैं। कार से प्रति किलोमीटर 1.35 रुपये, हल्के वाणिज्यिक वाहन (एलसीवी) से 2.18 रुपये प्रति किलोमीटर तथा भारी वाहनों से 4.96 रुपये प्रति किलो मीटर की वसूली होती है। जिस वजह से यहां कार, जीप से 30 से 205 रुपये तक, हल्के वाणिज्यिक वाहनों, डबल एक्सेल बस ट्रक और इससे अधिक भारी वाहनों से 100 से 690 रुपये तक वसूले जाते हैं।फरीदाबाद रोड टोल
यहां सिंगल और डबल ट्रिप के लिए एक साथ ही टोल का भुगतान करने की सुविधा है। कार, जीप, वैन की सिंगल ट्रिप के लिए 30 रुपये और डबल के लिए 40 रुपये (24 घंटे में आवाजाही) ट्रक से 280 से 420, बस, स्कूल बस से 150 से 225 एलसीवी से 130 से 195 तथा भारी वाहनों से 350 से 525 रुपये लिए जाते हैं।

अप्रैल से टोल की दरों में बढ़ोतरी की जाएगी। फिलहाल दरें कितनी बढे़ंगी, कहा नहीं जा सकता। दरें मार्च में तय कर ली जाएंगी। हॉलसेल प्राइज इंडेक्स (डब्ल्यूपीआई) के अनुसार टोल दरें तय होंगी। टोल की दरें 10 फीसदी से कम या ज्यादा भी हो सकती है।