उधारी न लौटानी पड़े इसलिए महिला ने लगा दिया छेड़खानी का आरोप

रायपुर 24 फ़रवरी (वेदांत समाचार)।  महिला आयोग में बुधवार को एक ऐसा प्रकरण आया जिससे वहां के लोग हतप्रभ रह गए। यहां आई एक महिला ने एक व्यक्ति पर अश्लील व्यवहार करने का आरोप लगा दिया। आयोग ने दूसरा पक्ष जानने के लिए जब उस व्यक्ति को बुलाया तब उसने अपनी बातें रखी। उस व्यक्ति ने आयोग की सदस्यों को बताया कि ये महिला उसकी पूर्व परिचित है। उसने उधार में 50 हजार रुपये लिए थे। मांगने पर भी पैसे नहीं लौटा रही है। पोल खुलने पर इस महिला ने स्वीकारा कि ये व्यक्ति सत्य कह रहा है। सच स्पष्ट होने के बाद सदस्यों ने महिला को खूब डांटा।

महिला ने कहा परेशान होकर शिकायत की

सुनवाई के दौरान जब महिला ने स्वीकारा कि उक्त व्यक्ति बार-बार पैसे मांगता था। परेशान होकर उसने यहां शिकायत की। तब सदस्यों ने उससे कहा कि शिकायत का स्वरुप क्यों बदल दिया गया? सदस्यों ने महिला से ये भी पूछा कि क्यों किसी व्यक्ति का चरित्र हनन करने का प्रयास किया गया? महिला को ये समझाया गया कि अपने अधिकारों का दुरुपयोग न करें।

अध्यक्ष डा.किरणमयी नायक ने कहा कि महिला अधिकार का मतलब यह नहीं है कि कोई भी महिला किसी पुरुष के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराकर उसे परेशान करें। आयोग के समझाने पर महिला ने उस व्यक्ति से क्षमा मांगते हुए एक माह के भीतर उधार की राशि वापस लौटाने का वचन दिया। पति-पत्नी दोनों ने किया दूसरा विवाह, बच्चों को बाल आयोग भेजा

पति-पत्नी ने कर लिया दूसरा विवाह, बच्चों पर जताया हक

एक अन्य प्रकरण में पति और पत्नी दोनों के दूसरा विवाह करने और बच्चों पर दावा जताने का मामला आया। पत्नी, अपने पहले पति से गुजारा भत्ता की मांग कर रही थी। आयोग ने कहा कि पति और पत्नी दोनों ने दूसरा विवाह कर लिया है। अब बच्चों पर दावा कर रहे है, यह स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। बिना तलाक लिए दोनो पक्ष शादी कर स्वयं दोषी हैं। ऐसी स्थिति में प्रकरण का निराकरण किया जाना उचित नहीं होगा। माता-पिता के रहते हुए दोनों बच्चे अनाथ हो गए हैं। आयोग की अध्यक्ष ने तत्काल बाल संरक्षण आयोग से फोन पर बात करके दोनो पक्षों को नाबालिग बच्चों के साथ बाल संरक्षण आयोग भेज दिया।

आर्य समाज मंदिर में शादी कर पत्नी का शोषण

एक मामले में महिला ने पति के खिलाफ शिकायत में कहा कि अक्टूबर 2019 में आर्य समाज में शादी करने के बाद पति ने घर वालों को नहीं बताया। लगातार शारीरिक, मानसिक शोषण कर रहा है। डराकर चार लाख रुपए भी ले लिए हैं। इसे आपराधिक प्रकरण मानते हुए पति के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया।

पेट्रोल पंप दिलाने ससुर से लिया 45 लाख

पत्नी ने शिकायत कराई कि उसका पति इंडियन आयल में मैनेजर है। मुझे डिलिवरी के लिए मायके भेजा और डेढ़ साल से लेने नहीं आया। साथ ही मेरे पिता को पेट्रोल पंप दिलाने 45 लाख रुपए लिए, वह भी नहीं लौटा रहा। न ही मुझे भरण-पोषण दे रहा है। आयोग के समझाने पर दोनों ने समय मांगा है। महिला आयोग की सुनवाई में दूसरे दिन आयोग अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक एवं सदस्य डॉ अनिता रावटे ने 25 प्रकरण में से आठ मामले सुलझाए।

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