वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में 4 लाख से अधिक मतदाता फोटो पहचान पत्र की हुई बुकिंग – पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव
लखनऊ,16 फरवरी (वेदांत समाचार)। उत्तर प्रदेश विधान सभा के चुनावों में जहाँ युवा मतदाताओं की संख्या बढ़ी है, वहीं वोटर आईडी कार्ड के आवेदनों की संख्या में भी तेजी से इजाफ़ा हुआ है। निर्वाचन आयोग डाक विभाग के माध्यम से मतदाता फोटो पहचान पत्रों का प्रेषण कर रहा है। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि जनोन्मुखी सेवाओं के विस्तार के क्रम में डाक विभाग और निर्वाचन आयोग, उत्तर प्रदेश के बीच हुए बीएनपीएल एग्रीमेंट के तहत मतदाता फोटो पहचान पत्रों की डाकघरों में स्पीड पोस्ट के माध्यम से बुकिंग और वितरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मतदाताओं को राहत देने के लिए इस बार मतदाता पहचान पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से सीधे उनके घर भेजे जा रहे हैं।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के अधीन 6 जिलों (वाराणसी, चंदौली, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर और बलिया) की 38 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता पहचान पत्रों की डाकघरों में स्पीड पोस्ट के माध्यम से बुकिंग और वितरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अब तक 4 लाख से ज्यादा मतदाता पहचान पत्रों की बुकिंग हो चुकी है। इनमें वाराणसी में 57.22 हजार, भदोही में 22.13 हजार, चंदौली में 14.10 हजार, जौनपुर में 73 हजार, बलिया में 42.50 हजार और गाजीपुर में 1.92 लाख मतदाता पहचान पत्रों की बुकिंग शामिल है। जिनका वितरण अगले कार्यदिवस में कराया जा रहा है। इसमें से 3.61 लाख मतदाता पहचान पत्रों का वितरण भी वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों द्वारा किया जा चुका है। विगत सप्ताह प्रतिदिन लगभग 50 से 60 हजार मतदाता पहचान पत्र की बुकिंग वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में की गई। मतदाता पहचान पत्र के वितरण की सभी डाक अधीक्षकों द्वारा दैनिक निगरानी की जा रही है और किन्हीं कारणों से वितरित न हो पाने वाले मतदाता पहचान पत्रों को दुबारा भी वितरण के लिए भेजा जा रहा है।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि मतदाता पहचान पत्रों की बुकिंग स्पीड पोस्ट के माध्यम से प्राथमिकता से की जा रही है। इस हेतु चिन्हित डाकघरों को निर्देश जारी किये गए हैं। मतदाता पहचान पत्रों के वितरण का डाटा ऑनलाइन उपलब्ध रहे इसके लिए इनका वितरण पोस्टमैन मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा रहा है। इस व्यवस्था के लागू होने से मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपिक कार्ड) एक पारदर्शी व्यवस्था के तहत लोगों को घर बैठे प्राप्त हो रहे हैं।
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