कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व में महाराष्ट्र के प्रभारी रहे श्योराज जीवन (Sheoraj Jeevan) ने अलीगढ़ (Aligarh) में एक जनसभा के दौरान मंच से बीएमसपी (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की है. उन्होंने मायावती को खा खार गैंडे की तरह होना बताया. यहां प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को एक जनसभा को संबोधित करना था. लेकिन बाद में प्रियंका गाधी का आना कैंसिल हो गया. श्योराज जीवन ने हाथरस रेप कांड का जिक्र करते हुए कहा कि श्योराज जीवन ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि हाथरस का कांड आपने देखा? जब हाथरस के अंदर एक छोटी सी नन्ही सी बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ, उसकी जीब काटी गई और जब उसकी हत्या हो गई तो सबसे पहले भारत के अंदर ना तो समाजवादी पार्टी का व्यक्ति था, ना वो जो दलितों की जो रहनुमा बनती है वो हाथी की तरह खा खाकर गैंडा हो गई हैं उनके पटे में दर्द हुआ. अगर किसी को दर्द और बेचैनी हुई तो बहन बेटी माताओं की आवाज करने वाली प्रियंका के अंदर हुई थी.
उन्होंने आगे कहा कि अगर सतयुग का व्यक्ति अगर कलयुग में कोई पैद हुआ है तो वो हैं राहुल गांधी और दूसरा प्रियंका गांधी. श्योराज जीवन ने कहा कि जब दलित मरता है तो बीजेपी के लोगों के चेहरे पर मुस्कान आती है. जब मुस्लिम मरता है, जब मुसलमान तड़पता है, किसी मुस्लिम पर आग बरसती है, किसी गरीब पर जुल्म होता है तो सही मायने में अगर कोई रोने लगता है तो हम गर्व से कहते हैं कि वो गांधी परिवार है. श्योराज जीवन ने कहा कि इस सरकार में 300 से ज्यादा ब्राह्मणों की हत्या हुई है. ब्राह्मणों को रोड से एक्सीडेंट करके मारा गया है. इस ढ़ोगी सरकार ने ब्रह्मणों को मारा है.
कांग्रेस में आंतरिक कलह
उत्तर प्रदेश में सियासी घमासान के बीच कांग्रेस में आंतरिक कलह देखने को मिल रही है. यूपी कांग्रेस के बलरामपुर जिला अध्यक्ष समेत 4 पदाधिकारियों को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार बलरामपुर कांग्रेस के अध्यक्ष अनुज सिंह, जिला उपाध्यक्ष अख्तर हुसैन, जिला महासचिव विनय मिश्रा और सेवा दल के अध्यक्ष दीपक मिश्रा के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई की है. इन चारों पर आरोप है कि 4 फरवरी को श्रावस्ती के वीआईपी गेस्ट हाउस में पार्टी की बैठक के दौरान राष्ट्रीय सचिव सत्यानाराण पटेल के साथ चारों ने अभद्रता की थी और उनके साथ मारपीट का प्रयास भी किया था. मामले की सूचना कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचने पर अनुशासन समिति ने कार्रवई करते हुए इन लोगों को पार्टी के सभी पदों से हटाते हुए 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया.
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