नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, टिफिन बम से उड़ाने की थी योजना

झारखंड में सुरक्षा बलों ने नक्सलियो की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. गढ़वा जिले में नक्सलियों ने सीआरपीएफ (CRPF) और जिला पुलिस के संयुक्त टीम को उड़ाने के लिए सड़क में टिफिन बम (Tiffin Bomb) प्लांट करके रखा था. सुरक्षाबलों ने समय रहते बम को खोज निकाला और उसे डिफ्यूज कर दिया है. भंडरिया थाना क्षेत्र के बहराटोली गांव में नक्सलियों ने एक कच्ची सड़क में लगाया था. बम को डिफ्यूज करने के दौरान इतनी जोरदार आवाज हुई कि आसपास के इलाके में दहशत फैल गई. डीआईजी पलामू राजकुमार लाकड़ा ने कहा है कि इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गढ़वा के भंडरिया थाना का बूढ़ा पहाड़ इलाका नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. यहां नक्सलियों के कैप भी हैं.

बता दें कि झारखंड में इन दिनों नक्सली प्रतिरोध सप्ताह मना रहे हैं, जिसमें एक पुल और रेलवे लाइन को नक्सली उड़ा चुके हैं, गढ़वा में सुरक्षा बल की टीम को बम से उड़ाने की उनकी योजना थी. इसके तहत भाकपा माओवादियों ने यह टिफिन बम प्लांट किया था. लेकिन, सुरक्षा बलों ने साजिश को नाकाम कर दिया है.

बूढ़ा पहाड़ इलाके में सर्ज अभियान के दौरान मिला टिफिन बम

बूढ़ा पहाड़ इलाके में संचालित नक्सली कैंप को नष्ट करने के लिए सीआरपीएफ 172 बटालियन और झारखंड पुलिस का संयुक्त अभियान चल रहा है. इसी के तहत मंगलवार की सुबह सुरक्षा बलों की टीम बूढ़ा पहाड़ के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रही थी. सुरक्षाबलों की सजगता से कच्ची सड़क में प्लांट किया गया बम उन्हें दिख गया. टिफिन बम देखने के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को सील कर दिया और तकनीकी टीम की मदद से बम को बाहर निकालकर डिफ्यूज कर दिया. डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का यह अभियान चलता रहेगा.

गणतंत्र दिवस पर खुफिया विभाग ने जारी किया है अलर्ट

राज्य के खुफिया विभाग ने गणतंत्र दिवस (पर राज्य के कई रेलवे स्टेशनों पर संभावित माओवादी हमले को लेकर सभी जिलों, खासकर रेलवे को अलर्ट भेज दिया है. अलर्ट में यह भी कहा गया है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं, मोबाइल टावरों और पुलिस और केंद्रीय पुलिस कैंपों पर भी हमला हो सकता है.  अलर्ट में कहा गया है कि झारग्राम-गिरिडीह, खड़गपुर-आगरा, पुरुलिया-बीरामुडी, पुरुलिया-मुरी, झालदा-बोकारो और सिरीडी-अंडाल जैसे रेलवे मार्गों पर संभावित हमले हो सकते हैं. अलर्ट झारखंड के पश्चिम-सिंहभूम में हाल ही में हुए माओवादी हमले को संदर्भित करता है, जिसमें दो लोगों की जान चली गई थी.