शराब के नशे में 50 फुट ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़ा शख्स, डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने नीचे उतारा

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) के विजय नगर (Vijay Nagar ) इलाके में शुक्रवार को एक शख्स नशे की हाल में मोबाइल टावर (Mobile Tower) पर चढ़ गया. पुलिस (MP Police) ने करीब डेढ़ घंटे की मश्क्कत के बाद उसे नीचे उतारा. इस दौरान टावर के नीचे भारी भीड़ लग गई. चश्मदीदों ने बताया कि कैलाश विजय नगर क्षेत्र में एक दूसरंचार सेवा प्रदाता कंपनी के करीब 50 फुट ऊंचे मोबाइल टावर पर चढ़कर बैठ गया. टावर के नीचे काफी भीड़ लग गई और अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगी.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद पुलिस ने कैलाश से बात करना शुरू किया और डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद वो नीचे उतरा. विजय नगर पुलिस थाने प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि जब व्यक्ति मोबाइल टावर से नीचे उतरा, तब वो नशे में धुत था. हमने उसे मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा है. उन्होंने बताया की जांच के बाद ही मोबाइल टावर पर इस व्यक्ति के चढ़ने के बारे में पता चल सकेगा.

वहीं इन दिनों प्रदेश में शराबबंदी को लेकर भी काफी चर्चा चल रही है. भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने शुक्रवार को भाजपा शासित मध्य प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग की जिसका लोकसभा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी समर्थन किया. ठाकुर ने हालांकि इसके साथ ही यह भी कहा कि यदि सीमित मात्रा में सेवन की जाए तो शराब आयुर्वेद के तहत एक दवा के रूप में काम करती है.

मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने हाल ही में नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है, जिसके तहत सरकार ने आगामी एक अप्रैल से ‘होम बार’ स्थापित करने की अनुमति देने के साथ ही शराब की खुदरा कीमतों में 20 प्रतिशत की कमी करने की स्वीकृति दी है. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि पूर्ण शराबबंदी के अपने कदम के पहले चरण में उन्होंने आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की है.

प्रज्ञा ठाकुर ने किया समर्थन

उन्होंने आगे कहा कि अगला चरण 14 फरवरी के बाद प्रारंभ करुंगी. शराबबंदी, नशाबंदी मध्य प्रदेश में होकर रहेगी. उन्होंने स्पष्ट किया कि शराबबंदी के लिए उनका अभियान प्रदेश सरकार के खिलाफ नहीं है, शराब और नशे के खिलाफ है. मध्यप्रदेश भाजपा, कांग्रेस और सरकार में बैठे हुए लोगों को समझा पाना भी एक कठिन काम है. भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की सांसद ठाकुर ने भी प्रदेश में शराब पर प्रतिबंध का समर्थन कियाय

उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर एक सवाल के उत्तर में ठाकुर ने कहा कि देखिए, शराबबंदी तो होनी ही चाहिए. क्योंकि शराब से जब घर बिगड़ते हैं, उसमें जो क्लेश होता है वो असहनीय होता है. उसके कारण कई लोग आत्महत्या करते हैं, अवसाद में जाते हैं और कई महिलाएं इस कारण से आत्महत्या करती हैं. वो पीती नहीं हैं पर उनके पति पीते हैं तो इस तरह की प्रताड़नाएं होती हैं. ये जो मादक पदार्थ हैं, इनका सेवन बंद होना ही चाहिए.