कोविशील्ड, कोवैक्सीन को खुले बाजार में बेचने की अनुमति देने की सिफारिश, एसईसी ने दिखाई हरी झंडी

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने बुधवार को सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया और भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन व कोविशील्ड को केवल व्यस्कों के इस्तेमाल के लिए सशर्त बाजार में उतारने को लेकर सहमति दे दी है। इसे अंतिम मंजूरी के लिए ष्ठष्टत्रढ्ढ के पास भेजा जाएगा। इससे पहले की बैठक के दौरान स्श्वष्ट ने दोनों कंपनियों से वैक्सीन के लिए अधिक डेटा और जानकारी मांगी थी। कोविशील्ड का उत्पादन करने वाली सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया और कोवैक्सीन का उत्पादन करने वाली भारत बायोटेक ने डीसीजीआई को अपने कोविड रोधी टीकों के लिए नियमित विपणन मंजूरी की मांग करते हुए आवेदन जमा किए थे। सीरम के निदेशक (सरकारी और नियामक मामले) प्रकाश कुमार सिंह ने इस मामले में 25 अक्टूबर को डीसीजीआइ को एक आवेदन दिया था। उसके बाद उन्होंने मांगे गए अतिरिक्त डाटा भी प्रस्तुत किया था। भारत बायोटेक ने भी कुछ हफ्ते पहले डीसीजीआई की तरफ से मांगी गई अन्य जानकारी मुहैया कराई थी।


आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोरोना संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने बुधवार को दूसरी बार सीरम और भारत बायोटेक के आवेदनों की समीक्षा की और कुछ शर्तों के साथ कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन को नियमित विपणन की मंजूरी देने की सिफारिश की। स्ढ्ढढ्ढ ने कोविशील्ड को बाजार में मंजूरी दिलाने के लिए 2021 के दिसंबर में आवेदन किया था और इससे दस दिन पहले भारत बायोटेक ने भी आवेदन डाला था।

बाजार में मंजूरी मिलने का मतलब है कि इन दोनों को बिना किसी रिजर्वेशन और शर्त के ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। भारत बायोटेक ने अब व्यस्कों व बच्चों के लिए कोवैक्सीन को यूनिवर्सल वैक्सीन बताया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया व भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन की दो खुराक पर्याप्त होती है और दोनों वैक्सीन की रख-रखाव के लिए 2-8 डिग्री सेल्सियस तापमान जरूरी होता है।

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