जयपुर20 जनवरी (वेदांत समाचार)। प्री-वेडिंग शूटिंग के लिए बुकिंग के बहाने फोटोग्राफरों से महंगे कैमरे व उपकरण लूटकर भागने वाले गिरोह में शामिल एक युवती और एक युवक को जयपुर में भांकरोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस गैंग के मास्टरमाइंड सहित पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। प्रारंभिक पूछताछ में 19 वारदातों का खुलासा हुआ है। यह भी सामने आया कि जयपुर से लूटे गए महंगे कैमरों को गैंग के बदमाश दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में सस्ते दामों में बेचा करते थे।
इस रकम को मास्टरमाइंड हर्षवर्धन शेखावत उर्फ मोंटी अपनी मां के बैंक खाते में जमा करवाता था। जयपुर पुलिस की गिरफ्त में आई लड़की एक टेलीकॉम कंपनी में प्रमोटर है। वह गैंग के बदमाशों को फर्जी आईडी से सिम कार्ड उपलब्ध करवाती थी। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खाते भी सीज करवा दिए है, जिसमें लूट के बाद बंटवारे में हिस्से में आई रकम जमा करवाई गई थी।
दिल्ली में कैमरा खरीदने वाला और सिम उपलब्ध करवाने वाली लड़की गिरफ्तार
डीसीपी (पश्चिम) ऋचा तोमर ने बताया कि गिरफ्तार दिनेश कुमार यादव (26) उत्तरप्रदेश में बदायूं का रहने वाला है। वह लंबे वक्त से दिल्ली में जनीफनगर में काला सराय बस स्टैंड के पास एक मकान में किराए से रहता है। वह हर्षवर्धन से लूटे गए कैमरों को खरीदता है। उसके कब्ज से 40 खाली कैमरों के बैग, मोबाइल फोन, चार्जर बरामद किए है। वहीं, गिरफ्तार सोनिया यादव भरतपुर की रहने वाली है। अभी जयपुर जिले के कालवाड़ क्षेत्र में शिवम विहार रॉयल सिटी में रहती है। वह टेलीकॉम कंपनी में प्रमोटर है।
इस तरह काम करते है गैंग के सदस्य
पड़ताल में सामने आया कि वह गैंग को फर्जी आईडी पर मोबाइल सिम उपलब्ध करवाती थी। इसी सिम से हर्षवर्धन व उसकी गैंग फर्जी फोन कॉल कर प्री वेडिंग शूट के लिए कॉल कर बुकिंग करवाते थे। गैंग में शामिल हर्षवर्धन का साथी दीपक पारीक उर्फ वीरेंद्र शातिर चोर भी है। सीकर जिले में फतेहपुर निवासी दीपक चुराई गई बाइक पर ही वारदात करता था। पीड़ितों ने जिस गाड़ियों के नंबर बताए। वे सभी चोरी की निकली। वहीं, करधनी से गिरफ्तार हुए कीर्तिराज सिंह के कब्जे से एक अवैध पिस्टल बरामद हुई। उसके मोबाइल फोन में अवैध हथियारों से बनाए गए वीडियो भी बरामद हुए। उसने हर्षवर्धन सिंह के लिए ही देशी पिस्तौल खरीदना बताया है।
इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर करते है ठगी व लूट की वारदात
एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत के मुताबिक गैंग ने डेविल्स के नाम से इंस्टाग्राम पर फर्जी अकाउंट बना रखा था। जिस पर खुद को प्री वेडिंग शूटिंग करने का व्यवसाय करने की बात लिखी है। यह गैंग प्री वेडिंग शूटिंग करने वाले प्रोफेशनल्स को बुकिंग के बहाने संपर्क करते है। उनको फर्जी आईडी से जारी हुई सिम से फोन कर बातचीत करते है। फिर हर्षवर्धन के इशारे पर दीपक पारीक उर्फ वीरेंद्र अपनी बाइक से फोटोग्राफरों को लेने पहुंचता है। फिर चुनिंदा जगह पर ले जाकर उनको हथियार दिखाकर महंगे कैमरे, मोबाइल फोन व उपकरण लूटकर फरार हो जाते है। ये ज्यादातर उन प्रोफेशनल्स को निशाना बनाते है, जो प्री वेडिंग शूट के लिए अपना सामान किराए पर देते है। इसके लिए एडवांस रकम देकर विश्वास हासिल कर लेते है।
[metaslider id="347522"]