बीजापुर 8 जनवरी (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़-तेलांगना बॉर्डर पर शनिवार सुबह मजदूरों से भरी पिकअप पलटने से 2 महिलाओं की मौत हो गई। जबकि 18 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायल ग्रामीणों को तेलंगाना के एटूलनगम अस्पताल ले जाया गया। वहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल करीब 16 ग्रामीणों को वारंगल के अस्पताल रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि ये सभी मजदूर पलायन कर तेलंगाना के वारंगल जिले में मिर्ची तोड़ने जा रहे थे। मामला पेरूर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, बीजापुर जिले के पापनपाल, मिड़ते समेत अन्य अंदरूनी गांव के 20 से ज्यादा ग्रामीण पिकअप से तेलंगाना जाने के लिए शुक्रवार की रात निकले थे। इस बीच पेरूर के पास पिकअप अनियंत्रित होकर बीच सड़क में ही पलट गई। इस हादसे में पिकअप में सवार कई ग्रामीण काफी दूर तक गिर गए तो कई पिकअप के नीचे ही दब गए थे। हादसे में एक महिला लक्ष्मी तेलम की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना की जानकारी आसपास के गांव के ग्रामीणों को मिली तो लोग घटनास्थल पहुंचने लगे।
जिसके बाद सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान एक और महिला मांडी तेलम ने भी दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों और घायलों के परिजन भी वारंगल पहुंच गए हैं। बस्तर विकास प्राधिकरण और बीजापुर जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया ने मृतकों और घायलों के परिजनों को आर्थिक मदद देने का आश्वासन दिया है।
बस्तर से हर साल हजारों ग्रामीण करते हैं पलायन
बस्तर से हर साल हजारों ग्रामीण पलायन कर रोजगार की तलाश में पड़ोसी राज्य तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जाते हैं। ज्यादातर मजदूर मिर्ची तोड़ने और बोर गाड़ी में काम करने के लिए जाते हैं। सबसे ज्यादा बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा इलाके के मजदूर पलायन करते हैं।
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