फिल्म‘आरआरआर’ की रिलीज टलने के बाद इसकी कमाई में करीब 100 करोड़ रुपए तक का घाटा हो चुका है। फिल्म की रिलीज में अब जितनी देरी होगी उतना ब्याज का खर्च भी बढ़ता जाएगा। फिल्म के डिस्ट्रीब्यूशन और दूसरे राइट्स 890 करोड़ रुपए में बेचे गए थे।
लेकिन, अब नए सिरे से रिलीज के वक्त कुछ डील्स रिनेगोशिएट होंगे। 7 जनवरी को इस फिल्म को सोलो रिलीज का फायदा मिल रहा था लेकिन, नए सिरे से रिलीज के वक्त यह फायदा नहीं मिला तो कमाई में और कमी हो सकती है।
अब तक का प्रमोशन पर 20 करोड़ बेकार गया
आरआरआर के डायरेक्टर एसएस राजामौली के साथ लीड एक्टर्स रामचरण तेजा और जूनियर एनटीआर बीते एक महीने से साउथ इंडिया के हर बड़े शहर और मुंबई समेत देश के दूसरे हिस्सों में प्रमोशन कर रहे थे। फिल्म में कैमियो कर रहे अजय देवगन और आलिया भट्ट भी कई प्रमोशन में उनके साथ थे। टीवी रियलिटी शो में अपीयरेंस के अलावा कई सारे लाइव इवेंट भी हुए थे। यह सब और सोशल मीडिया प्रमोशन मिलाकर मेकर्स अब तक 20 करोड़ से ज्यादा अमाउंट खर्च कर चुके हैं।
अब फिल्म की नई रिलीज डेट जब भी फाइनल होगी, तब फिर से प्रमोशन का खर्च होगा ही। शायद, एक बार रिलीज पोस्टपोन होने के बाद फिर बज बनाने के लिए ज्यादा खर्च भी करना पड़ सकता है। अभी 20 करोड़ तो डूबे ही हैं, अगले 3-4 महीने बाद जब फिल्म फिर रिलीज होगी तब दोबारा 20-30 करोड़ का खर्च करना होगा।
ओवरसीज बुकिंग में 10 करोड़ का रिफंड
आरआरआर की रिलीज पोस्टपोन करने के फैसले में हुई देरी की एक वजह यह भी थी कि इस फिल्म का काफी सारी ओवरसीज एडवांस टिकट बुकिंग हो चुकी थी। तेलुगु इंडस्ट्री के सूत्र बताते हैं कि इस बुकिंग का 10 करोड़ रुपए तक का रिफंड देने की नौबत आ गई है। इसकी वजह से अब भविष्य में ओवरसीज डील में भी रेट निगोशिएट हो सकते हैं।
आंध्र में कमाई 50 करोड़ कम होगी
आंध्र प्रदेश में फिल्म मेकर्स और प्रदेश सरकार के बीच टिकट रेट को लेकर मसला चल रहा है। यहां सरकार ने टिकट रेट की सीमा तय कर दी है। आरआरआर के मेकर्स ने पहले भी प्रदेश सरकार से अपील की थी कि उनकी फिल्म बड़े बजट की फिल्म की लागत निकालने के लिए सरकार टिकट के दाम बढ़ाने की अनुमति दें।
आरआरआर के आंध्र रिलीज़ के राइट्स 165 करोड़ रुपए में बेचे गए थे लेकिन कम टिकट दर की वजह से डिस्ट्रिब्यूटर्स ने ओरिजिनल डील में भी कटौती की मांग की थी। मेकर्स और डिस्ट्रिब्यूटर्स के बीच 30% की कटौती पर सहमति बनी है। इसका मतलब आरआरआर को इस प्रदेश से डिस्ट्रिब्यूटर्स की तरफ से करीब 50 करोड़ रुपए कम मिलेंगे।
रिलीज में देरी से बढ़ेगा फाइनेंसर का ब्याज
एक अनुमान है कि अब ‘आरआरआर’ अप्रैल 2022 में रिलीज हो सकती है। अगर उस वक्त तक देश में स्थिति सामान्य नहीं होगी तो यह फिल्म सितंबर 2022 तक भी खींच सकती है। मतलब, इस फिल्म में निवेश पर ब्याज का बोझ इतने समय तक बढ़ता रहेगा। फिल्म के 450 से 500 करोड़ तक के बजट के हिसाब से यह रकम बहुत बड़ी हो सकती है।
सोलो रन मिलने की उम्मीद अब ना के बराबर
आरआरआर के लिये सारी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री एसएस राजमौली के साथ खड़ी थी। दूसरे मेकर्स ने अपनी रिलीज डेटस आगे बढ़ा ली थी। हिंदी में ‘गंगुबाई काठियावाड़ी’ ने अपनी रिलीज डेट आगे बढ़ाई थी। अब ‘आरआरआर’ जब भी रिलीज होगी, तब तेलुगु और हिंदी में ऐसा सोलो रिलीज का फायदा मिलने की संभावना बहुत कम है। इससे भी फिल्म की कमाई पर असर होगी।
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