इनकम टैक्स ने राजस्थान में दो समूहों के व्यापारिक संस्थानों पर रेड मारा है. एक समूह एलेक्ट्रिकल स्वीच, लायर, एलईडी, रियल एस्टेट और राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तराखंड में होटल बिजनेस से जुड़ा है. वहीं दूसरा समूह जयपुर और उसके आसपास के शहरों में उधार पर पैसे देने का धंधा करता है. इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी जयपुर, मुंबई, हरिद्वार समेत अलग अलग करीब 50 ठिकानों पर चलाई गई है. छापेमारी में कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डाटा मिले हैं.
टैक्सबेल इनकम छिपाने के लिए फर्जी बिल
इलेक्ट्रिकल स्वीच, वायर, एलईडी, रियल एस्टेट कारोबार के जुड़े समूह के खिलाफ जांच में पता लगा है कि ये ग्रुप सामानों को बेच रहा जिसका लेखा जोखा रेग्युलर बुक ऑफ अकाउंट में रिकॉर्ड नहीं किया जा रहा था. जांच में ये भी पता लगा कि अपना टैक्सेबल इनकम कम दिखाने के लिये ये लोग फर्जी खर्च दिखा रहे थे, जिससे कम टैक्स देना पड़े. नगद में बेचे गए सामानों का कैश रसीद बरामद किया गया है. इस समूह के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग ने 150 करोड़ रुपये आय का पता लगाया है. जिस व्यापारी के खिलाफ जांच की गई उसने 55 करोड़ रुपये के अघोषित आय होने की बात को स्वीकार करते हुए उस पर टैक्स भुगतान करने की बात कही है.
ऊंचे ब्याज पर नगद में उधार का धंधा
उधार पर पैसे देने वाले समूह के खिलाफ जांच में टैक्स विभाग तो पता लगा है कि ये समूह नगद में ऊंचे ब्याज दरों पर उधार देने का काम करता था. इस समूह ने लोन देने या फिर उस पर ब्याज से होने वाले कमाई का खुलासा अपने इनकम टैक्स रिटर्न में नहीं किया है. इस समूह के खिलाफ जांच में भी 150 करोड़ रुपये के अघोषित आय का पता लगा है. छापे में अभी तक इनकम टैक्स विभाग ने 17 करोड़ रुपये के नगद और ज्वेलरी को जब्त किया है. विभाग की जांच आगे भी जारी है.
[metaslider id="347522"]