श्रीराम ग्रुप (Shriram Group) ने सोमवार को अपने कॉर्पोरेट ढांचे के लंबे समय से प्रतीक्षित पुनर्गठन की घोषणा की. श्रीराम कैपिटल लिमिटेड (SCL) और श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड (SCUF) का श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस लिमिटेड (STFC) के साथ विलय शामिल होगा. श्रीराम कैपिटल अब तक वित्तीय सेवाओं और बीमा से लेकर एसेट मैनेजमेंट तक ग्रुप के व्यवसायों के लिए होल्डिंग कंपनी थी. आज हुई बोर्ड बैठक में यह फैसला हुआ.
एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया है कि श्रीराम कैपिटल की श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस में लगभग 25.56 फीसदी और श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस में 33.86 फीसदी हिस्सेदारी है.
Shriram Group में बड़ी रिस्ट्रक्चरिंग
Shriram City का Shriram Trans में होगा मर्जर, Shriram Capital के फाइनेंशियल, इश्योरेंस कारोबार का डीमर्जर होगा. Shriram City के 100 शेयरों के बदले Shriram Trans के 155 शेयर मिलेंगे. वहीं, श्रीराम कैपिटल के 100 शेयरों के बदले श्रीराम ट्रांसपोर्ट के 9.8 शेयर मिलेंगे. मर्जर के बाद कंपनी का नाम श्रीराम फाइनेंस (Shriram Finance) होगा.
देश की सबसे बड़ी NBFC बनाने के लिए मर्जर किया गया है. रेग्युलेटर को मर्जर का प्रस्ताव जल्द सौंपे जाएंगे. कंबाइन्ड एंटिटी की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 1.5 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा. डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क 3500 से ज्यादा है.
बोर्ड ने मर्जर की दी मंजूरी
घोषणा के बाद श्रीराम सिटी के शेयरों में 10.5 फीसदी की तेजी आई है, जबकि श्रीराम ट्रांसपोर्ट के शेयरों में 6.5 फीसदी तक की गिरावट आई. विलय की गई इकाई का नाम बदलकर श्रीराम फाइनेंस कर दिया जाएगा. तीन फर्मों के बोर्ड ने एससीएल और एससीयूएफ के एसटीएफसी में विलय को मंजूरी दे दी है.
विलय तीन कंपनियों और नियामक निकायों जैसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और नेशनल हाउसिंग बैंक आदि के शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है. इनके सभी 50,000 कर्मचारियों की एक टीम द्वारा सर्विस किया जाएगा.
श्रीराम ट्रांसपोर्ट (Shriram Transport) नए और पुराने ट्रकों का फाइनेंसर है, जबकि श्रीराम सिटी (Shriram City) कंज्यूमर गुड्स और मोटरसाइकिलों की खरीद के लिए फंड देता है.
श्रीराम ग्रुप के उत्तराधिकार योजना का ऐलान
इससे पहले, वित्तीय सेवा कंपनी श्रीराम ग्रुप ने अपनी उत्तराधिकार योजना और एक प्रबंधन बोर्ड बनाने की घोषणा की. श्रीराम ग्रुप के संस्थापक आर त्यागराजन ने कहा, ग्रुप का प्रवर्तन-अधिकार पहले ही श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट (एसओटी) को हस्तांतरित किया जा चुका है. वह आगे भी इस ट्रस्ट के प्रबंधन बोर्ड का मार्गदर्शन करते रहेंगे.
टू व्हीलर फाइनेंसिंग में श्रीराम सिटी ने अपने नाम किया दर्ज ये रिकॉर्ड
श्रीराम सिटी ने नवंबर 2021 में 1022 करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक दोपहिया वित्तपोषण का रिकॉर्ड बनाया. यह लगातार दूसरा नवंबर का महीना है जब इस एनबीएफसी ने 1,000 करोड़ रुपये का संवितरण पार किया है.त्योहारी सीजन के दौरान आकर्षक फाइनेंसिंग ऑफर, लोगों की आने जाने में वृद्धि और ग्रामीण मांग में सुधार के कारण यह संवितरण बढ़ा है.
[metaslider id="347522"]