SI बनकर शिक्षा विभाग के क्लर्क से ठगी:लिफ्ट लेकर 30 किमी साथ आया, मोबाइल नंबर भी दिया, फिर झांसा दे बाइक लेकर भाग निकला…

12 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। बिलासपुर में शातिर चोर क्लर्क को झांसे में लेने के लिए सब इंस्पेक्टर बन गया और बाइक चोरी कर गायब हो गया। ड्यूटी से लौट रहे क्लर्क से पहले उसने लिफ्ट ली और करीब 30 किलोमीटर सफर तय कर उनके साथ बिलासपुर पहुंचा। इस दौरान उन्हें भरोसे में लेकर वाहन चेकिंग होने व पकड़े जाने के बहाने बाइक लेकर फरार हो गया। पुलिस ने इस घटना के चार दिन बाद आरोपी शातिर चोर को पकड़ लिया है। उससे क्लर्क की बाइक भी जब्त की गई है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार सरकंडा के मोपका निवासी रोहित शर्मा शिक्षा विभाग में क्लर्क है और कोरबा जिले के पाली में उनकी पोस्टिंग है। 7 दिसंबर को रोहित अपनी बाइक से बिलासपुर आ रहे थे। तभी बेलतरा के पास एक युवक ने उससे लिफ्ट मांगी। इस दौरान बातचीत में युवक ने अपना नाम अरूणदास मानिकपुरी बताया। साथ ही पुलिस विभाग का सब इंस्पेक्टर बताते हुए सिटी कोतवाली थाने में पदस्थ होने की जानकारी दी। बिलासपुर पहुंचने के बाद युवक ने क्लर्क को नेहरू चौक तक छोड़ने की बात कही।

नेहरु चौक पहुंचने से पहले ही उसने क्लर्क को झांसा दिया कि वहां पुलिस की चेकिंग चल रही है। उसने जांच से बचने के लिए बाइक मांगी और उन्हें पैदल नेहरु चौक बुलाया। उसकी बातों में आकर क्लर्क कुछ दूर पैदल चलने के लिए तैयार हो गए। पैदल नेहरु चौक पहुंचने के बाद क्लर्क युवक का इंतजार करता रहा, लेकिन वह पहुंचा ही नहीं। इसके बाद उन्होंने ठग के दिए मोबाइल नंबर पर भी संपर्क किया, लेकिन, बंद मिला। शनिवार को पुलिस ने अरुण दास मानिकपुरी को कोरबा में दबिश देकर पकड़ लिया।

भरोसे में लेने के लिए दिया था मोबाइल नंबर
क्लर्क से बातचीत करते हुए अरूण दास ने करीब 30 किलोमीटर सफर तय किया। बिलासपुर पहुंचने से पहले उन्हें भरोसे में लेने के लिए उसने अपना मोबाइल नंबर भी दिया और पुलिस में काम होने पर याद करने कहा। इस दौरान उसने सरकंडा थाने में परिचित के पुलिसवालों से मिलने की बात भी की। क्लर्क उसे लेकर सरकंडा थाना के सामने भी गए। फिर छोड़ने के लिए नेहरु चौक जा रहे थे। तभी उसने झांसा दिया और बाइक लेकर फरार हो गया।

ऐसे पकड़ाया आरोपी युवक
अपने आप को पुलिस वाला बताने वाला युवक अरुणदास ने क्लर्क रोहित शर्मा को दो मोबाइल नंबर दिया था। जिसमें से अपने मोबाइल नंबर को उसने बंद कर दिया था। जबकि, दूसरा नंबर उसके बड़े पिता के बेटे का था। पुलिस ने दोनों नंबर को ट्रेस किया। तब उसके बड़े पिता के बेटे से संपर्क हुआ। पुलिस ने उसे थाने में बैठाकर पूछताछ की और अरूण दास की जानकारी जुटाई। उसकी मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंची और वह गिरफ्त में आ गया।

युवक के पकड़े जाने के बाद दर्ज की रिपोर्ट
घटना 7 दिसंबर की शाम की है। युवक के बाइक लेकर फरार होने की शिकायत क्लर्क ने उसी दिन सिविल लाइन थाने में की थी। पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए जांच कर युवक की पतासाजी करने की बात कही। इधर, क्लर्क रोहित शर्मा भी अपने स्तर पर उसकी खोजबीन में जुटे रहे। चार दिन तक पुलिस उसकी तलाश करती रही। उसके पकड़ में आने के बाद पुलिस ने शनिवार को क्लर्क रोहित शर्मा को थाने बुलाया और उनकी रिपोर्ट दर्ज की।

ठगी व चोरी के कई मामलों का खुल सकता है राज
बताया जा रहा है कि आरोपी अरूण दास से पुलिस पूछताछ कर रही है। इस तरह से उसके द्वारा चोरी व ठगी के अन्य घटनाओं को अंजाम देने की आशंका है। पूछताछ में ऐसे मामलों का राज खुल सकता है और सामान भी जब्त हो सकता है। TI शनिप रात्रे ने आरोपी युवक से पूछताछ कर अन्य जानकारी जुटाने की बात कही है।

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