करीब चार महीने बाद देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना (Coronavirus) के केस फिर से बढ़ने लगे है.ऐसे में यह सवाल उठता है कि कहीं ओमीक्रॉन वेरिएंट (Corona omicron variant) की वजह से तो केस नहीं बढ़ रहे हैं. इस मामले में विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में नए वेरिएंट के बढ़ने का खतरा हो सकता है. हालांकि अगर आने वाले दिनों में केस बढ़ते भी हैं तो चिंता की कोई बात नहीं होगी.
दिल्ली में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर सफदरजंग अस्पताल के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉक्टर जुगल किशोर ने बताया कि राजधानी में आने वाले दिनों में कोरोना के मामले और भी बढ़ सकते हैं. हालांकि, केस बढ़ने से चिंता की बात नहीं है. क्योंकि 90 फीसदी से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की एक डोज़ लग गई है और यहां अधिकतर लोग पहले ही कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. ऐसे में अगर लोग संक्रमित होंगे भी तो उनमें हल्के लक्षण ही होंगे. हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि लोग लापरवाही बरतें. क्योंकि 50 से अधिक उम्र वालों को और जिन लोगों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है. उनको नए वेरिएंट सेखतरा हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि कोविड से बचाव के नियमों का सख्ती से पालन करें. और भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें..
क्या दिल्ली में बढ़ गया है ओमीक्रॉन का खतरा
डॉ. किशोर ने बताया कि दिल्ली में काफी लोग ऐसे भी रहते हैं जो विदेशों में जाते हैं. ऐसे में हो सकता है कि एयरपोर्ट पर जांच शुरू होने से पहले ही कुछ संक्रमित दिल्ली में आ गए हों. क्योंकि कर्नाटक में भी एक मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी. इसके बावजूद भी वह ओमीक्रान से संक्रमित मिल था. इससे यह पता चलता है कि विदेशों से आने वालों के संपर्क में आए हुए लोग संक्रमित हुए हैं. इससे यह आशंका है कि नया वेरिएंट पहले ही कुछ लोगों में हो चुका है. ऐसी स्थिति में आने वाले दिनों में वेरिएंट के मामले और भी बढ़ सकते हैं, हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक ओमीक्रॉन वेरिएंट के मरीजों में कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं. इससे कहा जा सकता है कि जो नए संक्रमित मिलेंगे उनमें भी हल्के लक्षण ही होंगे.
पैनिक होने की जरूरत नहीं
कोविड विशेषज्ञ डॉक्टर अजय कुमार ने बताया कि नए वेरिएंट की सही स्थिति का आंकलन करना काफी मुश्किल होता है. क्योंकि नए वेरिएंट का पता जीनोम सीक्वेंसिंग से चलता है. और सभी संक्रमितों के सैंपलों की सीक्वेंसिंग करना आसान नहीं होता. इसलिए इस बात में नहीं फंसना चाहिए कि नए वेरिएंट का खतरा कम है या ज्यादा, बल्कि सबसे जरूरी है कि लोग कोविड से बचाव के नियमों का पालन करें. बाहर जाते समय मास्क लगाएं और बिना वजह भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. साथ ही प्रशासन भी सतर्क रहे और अस्पतालों में भी मरीजों के इलाज़ के लिए सभी इंतजाम पूरे किए जाएं.
दिल्ली में सात दिन में ही बढ़ चुके हैं 100 से अधिक एक्टिव मरीज
दिल्ली में पिछले सात दिन से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इससे एक्टिव मरीजों की संख्या भी बढ़कर 400 से अधिक हो गई है. केस बढ़ने के साथ -साथ पॉजिटिविटी रेट भी बढ़ रहा है. दैनिक मामलों में भी इजाफा हो रहा है. पिछले पांच दिन से रोजाना कोरोना के 50 से अधिक नए मामले आ रहे हैं.
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