धोनी के साथ साये की तरह रहा, अब दिखाया गेंद से कमाल, टीम को दिलाई बड़ी जीत

जीतने की सबसे बड़ी दावेदारों में से एक कर्नाटक और तमिलनाडु की गुरुवार को टक्कर हुई. मुकाबले में कर्नाटक को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी और तमिलनाडु ने एकतरफा अंदाज में 8 विकेट से जीत हासिल की. तमिलनाडु की जीत में सबसे अहम योगदान उसके बाएं हाथ के स्पिनर एम सिद्धार्थ और आर साई किशोर का रहा. दोनों ने मिलकर कर्नाटक के 7 विकेट लिए. सिद्धार्थ 4 और साई किशोर 3 विकेट लेने में कामयाब रहे. बता दें आर साई किशोर ने अपने दो साल धोनी के साथ चेन्नई सुपरकिंग्स में बिताए हैं भले ही उन्हें डेब्यू का मौका नहीं दिया लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स के नेट्स पर वो बेहतरीन गेंदबाजी करते रहे हैं.

मैच की बात करें तो कर्नाटक के कप्तान मनीष पांडे का पहले बल्लेबाजी करने का फैसला गलत साबित हुआ क्योंकि सिद्धार्थ (23 रन देकर चार विकेट) और साई किशोर (28 रन देकर तीन विकेट) ने कर्नाटक के बल्लेबाजों को अपनी स्पिन के जाल में फंसाकर उन्हें 36.3 ओवर में 122 रन पर समेट दिया. पांडे (40 रन) और रोहन कदम (37) को छोड़कर कर्नाटक का कोई भी बल्लेबाज उपयोगी योगदान नहीं कर सका. इसके बाद तमिलनाडु ने बी इंद्रजीत के नाबाद अर्धशतक से यह लक्ष्य 28 ओवर में हासिल कर

कर्नाटक की बल्लेबाजी फेल

कर्नाटक के विकेट गिरने की शुरूआत पहले ही ओवर में हो गयी जिसमें संदीप वॉरियर ने दूसरी गेंद पर रविकुमार समर्थ (शून्य) का कैच विकेट के पीछे दिनेश कार्तिक को कराया. कदम (69 गेंद, एक चौका) और पांडे (54 गेंद, तीन चौके) के बीच तीसरे विकेट के लिये 67 रन की भागीदारी से ही टीम इस स्कोर तक पहुंचने में सफल रही क्योंकि कोई भी दूसरे बल्लेबाज दोहरे अंक तक भी नहीं पहुंच सके. वॉशिंगटन सुंदर (27 रन देकर एक विकेट) ने कदम की पारी समाप्त की.

सिद्धार्थ ने फिर पांडे को 26वें ओवर में आउट कर तमिलनाडु को अहम विकेट दिलाया. इसके बाद सिद्धार्थ और साई किशोर ने बाकी बल्लेबाजी लाइन अप को आउट किया. इसके जवाब में तमिलनाडु ने सलामी बल्लेबाज बी साई सुदर्शन (18) और कप्तान एन जगदीशन (16) ने कुछ बाउंड्री लगाकर शुरूआत की. पर जगदीशन विद्याधर पाटिल (22 रन देकर एक विकेट) द्वारा बोल्ड हो गये. साई सुदर्शन और इंद्रजीत (51 रन, 74 गेंद, छह चौके) ने दूसरे विकेट के लिये 32 रन जोड़े. पर साई सुदर्शन को जे सुचित (21 रन देकर एक विकेट) ने आउट किया. इंद्रजीत और सुंदर ( नाबाद 31 रन, 33 गेंद, तीन चौके) ने सुनिश्चित किया कि और कोई विकेट नहीं गिरे और 28वें ओवर में टीम को जीत दिलायी.