09 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में छेड़खानी और पड़ोसियों की प्रताड़ना से त्रस्त होकर एक नाबालिग छात्रा ने खुद को आग के हवाले कर लिया (Suicide). मामले में अब मृतका के पिता का दावा है कि उनकी बेटी की आरोपियों ने घर में घुसकर चाकू अड़ाकर फोटो खींच लिया थी. उसी फोटो के आधार पर आरोपी मेरी बेटी को ब्लैकमेल कर पैसे वसूल रहे थे. उसने पैसे देने से मना कर दिया तो आरोपियों ने उसे इतना टार्चर किया कि उसने आत्मदाह कर जान दे दी.
पुलिस के अनुसार बुधवार को गंभीर हालत में झुलसी छात्रा को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया गया था. जहां देर रात छात्रा ने इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. सुसाइड नोट में आरोपियों के नामों का जिक्र है जबकि पुलिस की अपनी थ्योरी है कि आरोपी और लड़की के बीच दोस्ती थी, जो लड़की के पिता को पसंद नहीं थी और इस वजह से लड़की ने सुसाइड किया है.
कोई कार्रवाई न होने से परेशान होकर दी जान
दरअसल, जबलपुर में रांझी के मस्ताना चौक इलाके में रहने वाली 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को इलाके में ही रहने वाले कुछ युवक लगातार परेशान कर रहे थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि लडकी के पिता का कहना है कि थक हार कर छात्रा ने इसकी रांझी थाने में शिकायत भी की लेकिन पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई न होने से परेशान होकर छात्रा ने खुद की जिंदगी खत्म करने का फैसला लिया, वहीं, मंगलवार को उसने खुद को आग के हवाले कर लिया. ऐसे में सुसाइड की कोशिश के पहले छात्रा ने एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने इलाके में ही रहने वाले अनुराग, वरुण, आशा और ममता का जिक्र करते हुए लिखा है कि इन लोगों ने उसका जीना मुश्किल कर दिया है और जिसके कारण मेरी जिंदगी बर्बाद हो चुकी है. सुसाइड नोट में छात्रा ने सॉरी लिख कर अपने पिता से माफी भी मांगी है.
घर में घुस कर खींचा था फोटो
पिता का कहना है कि मेरी बेटी एक महीने पहले ट्रेन से कटने निकली थी. तब भी उसने इन आरोपियों के खिलाफ एक नोट घर में छोड़ा था. वह नोट पुलिस को भी दिया था पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उसे मदनमहल के पास रेलवे ट्रैक से ढूंढ़ कर लाए थे. इसके बाद 06 दिसंबर को भी दोनों आरोपी मेरे घर में बेटी को धमकी देने आए थे. घुसकर चाकू अड़ाकर फोटो खींच लिया था. दोनों समझौता करने के एवज में इस बार 5 हजार रुपए मांग रहे थे. धमकाया था कि पैसे नहीं दिए तो तुम्हारे पिता को मार डालेंगे.
टालमटोल का रवैया अपनाती रही पुलिस
पुलिस भी इस मामले में टालमटोल का रवैया ही अपनाती रही. आरोप है छात्रा की शिकायत के बावजूद पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लिया और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कोई कार्रवाई की, जिसके चलते 11वीं कक्षा की छात्रा को खुदकुशी जैसा आत्मघाती कदम उठाने मजबूर होना पड़ा. वहीं, छात्रा की खुदकुशी की खबर मिलते ही पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में सुसाइड नोट में दर्ज़ आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए अपना पल्ला झाड़ने की कवायद शुरू कर दी.
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