कोरोना महामारी के बीच CDS बिपिन रावत ने पड़ोसी देशों से कहा, ‘जैविक युद्ध’ के खिलाफ एक साथ लड़ने की करें तैयारी…

07 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने मंगलवार को कहा कि दुनिया में एक नए तरीके का युद्ध निर्माण हो रहा है. उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि अगर ‘जैविक युद्ध’ की किसी तरह शुरुआत हो रही है तो हमें एक साथ काम करने की जरूरत है. बहु-राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अभ्यास के शुरू होने से पहले एक कार्यक्रम में सीडीएस रावत ने कहा कि इसके खिलाफ हमें मजबूत होने की जरूरत हैं और हमें सुनिश्चित करने की जरूरत हैं इस तरह के वायरस (कोविड-19) और बीमारियों से प्रभावित ना हों.

PANEX-21 का आयोजन पुणे में 21-22 दिसंबर के बीच होने वाला है. इस कार्यक्रम में भारत के अलावा बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान (BIMSTEC सदस्य) हिस्सा लेंगे. सीडीएस रावत ने कहा कि कोरोना वायरस का ओमीक्रॉन वेरिएंट अब सामने चुका है और अगर यह म्यूटेट होकर दूसरे स्वरूप में बनता है तो हमें इसके लिए तैयार रहना होगा. उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि हम एकजुट रहें और एक-दूसरे की मदद करें.”

उन्होंने कहा कि दुनिया भर के सशस्त्र बलों को कोविड-19 जैसी महामारियों से लड़ने के लिए खास तरह की तैयारियां करनी होगी. उन्होंने कहा कि यह देखा जा सकता है कि हर देश में सुरक्षाबलों ने महामारी के दौरान किस तरह आम लोगों की मदद की है.

इस मौके पर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद थे. अजय भट्ट ने भी BIMSTEC (बंगाल की खाड़ी बहुक्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग पहल) देशों से प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं में एक साथ काम करने की अपील की.

वहीं जनरल नरवणे ने कहा कि कोविड-19 के नए वेरिएंट के आने से लग रहा है कि यह महामारी अभी खत्म नहीं होने जा रही है. उन्होंने कहा, “आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन, अनियोजित शहरीकरण, गरीबी और महामारी के खतरे जैसी कई चीजें आपदा की तीव्रता और गंभीरता को बढ़ाएगी. मौजूदा महामारी के दौरान भारतीय सुरक्षाबलों ने हर तरीके से सरकार की मदद की है. सुरक्षा बल देश के दूरस्थ इलाकों में जाकर भी महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए लोगों को मदद पहुंचाई.”