07 दिसम्बर(वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि यूपी सरकार राजधानी में एक भव्य स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र बनवा कर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर को समर्पित करेगी. सीएम ने कहा कि हम डॉ. भीमराव अंबेडकर पर शोध करने वाले शोधार्थियों के रहने और उनके स्कॉलरशिप की भी व्यवस्था करेंगे. इसके अलावा मनरेगा के कामों को कराने का अधिकार प्रदेश सरकार क्षेत्र पंचायतों को भी देने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ग्राम्य विकास विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है. इस प्रस्ताव पर प्रदेश सरकार की मुहर जल्द लग जाएगी. क्षेत्र पंचायतें भी मनरेगा के तहत अपने क्षेत्र में विकास कार्य की योजना बना सकेंगी. ब्लाक प्रमुख और खंड विकास अधिकारी की सहमति से योजनाएं बनेंगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. भीमराव अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर महासभा परिसर में आयोजित समारोह में कहा कि छात्रों को छात्रावास की सुविधा मिलने के साथ ही प्रेक्षागृह व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. पुस्तकालय की सुविधा भी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों में बाबा साहेब पर गलत टिप्पणियां होती थी, आज वह लोग अपने कृत्यों की सजा भुगत रहे हैं. 68 लाख छात्रों की छात्रवृत्ति रोकने का काम भी पिछली सरकार में किया गया. हमारी सरकार ने 22 लाख लोगों को उनके घरों पर कब्जे दिए जा चुके हैं. पूर्व की सरकारों ने इन्हें बेदखल करने का काम किया था.
अंबेडकर से जुड़े स्थानों को बनाएंगे पंचतीर्थ
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने भीमराव अंबेडकर से जुड़े हुए पांच तीर्थ स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया. बाबा साहब के प्रति यह सम्मान का भाव ही है कि पूरा देश 26 नवंबर की तिथि को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के प्रति अपनी श्रद्धा को व्यक्त करने के लिए ”संविधान दिवस’ के रूप में मनाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समतामूलक समाज की स्थापना किए बगैर एक सशक्त और समर्थ भारत की परिकल्पना बेमानी होगी. प्रधानमंत्री ने हमेशा ने इस पर ध्यान दिया और सरकार ने कार्य भी किया. संविधान केवल एक पुस्तिका या ग्रन्थ नहीं, बल्कि भारत को क्या चाहिए और अनंतकाल तक भारत को कैसे यह संविधान आगे बढ़ाएगा उसको उन्होंने केवल तीन शब्दों के आधार पर सब कुछ कह दिया.
बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी ने इस देश को एक संविधान दिया. ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ इस संविधान का आदर्श है. इससे पूर्व डा.भीमराव अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष डा. लाल जी प्रसाद निर्मल ने कहा कि बसपा सरकार में डा. भीमराव अंबेडकर महासभा को खाली कराने का प्रयास हुआ. आज प्रदेश सरकार ऐशबाग में सांस्कृतिक व स्मारक स्थल बनवा रही है. न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबा साहेब की सोच के बदौलत ही भारत को संविधान के कारण चलाया जा रहा है. श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना चाहते हैं, आज पीएम नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री यह काम कर रहे हैं.
पंचायतों को मिलेंगे अधिकार
ग्राम्य विकास मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह‘ने कहा कि क्षेत्र पंचायतों को भी मनरेगा का काम मिलने पर मनरेगा के तहत अधिक से अधिक विकास कार्य कराए जा सकेंगे. मनरेगा के तहत अब पक्के कामों की संख्या बढ़ाई जाएगी. गांवों में पक्की सड़कें और अन्य कामों पर अधिक फोकस किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस फैसले से ग्राम पंचायतें और क्षेत्र पंचायतों के बीच प्रतिस्पर्धा का माहौल बनेगा. क्षेत्र पंचायतों को मनरेगा से जोड़ने वाला यूपी देश का पहला राज्य होगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से बातचीत की जा रही है. खासकर पूर्वांचल में मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने का प्रयास अधिक है. इसके लिए जल्द की केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की भी की जाएगी.
ग्राम्य विकास मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री 21 दिसंबर को प्रयागराज से विभाग की कई योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. बैकिंग करेस्पांडेट सखी, पुष्टाहार निर्माण के लिए स्थापित की जा रहीं इकाइयों के साथ ही बुंदेलखंड की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की तर्ज पर पूर्वांचल के पांच जिले गाजीपुर, सोनभद्र, बलिया, मिर्जापुर तथा चंदौली को जोड़ते हुए गठित काशी दुग्ध उत्पादक कंपनी का लोकार्पण करेंगे. इन योजनाओं से बड़ी तादाद में ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर समूहों की महिलाएं रोजगार से जुड़ेंगी. अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पांच नई उत्पादक कंपनियों की स्थापना के लिए 200 करोड़ से अधिक का बजट उपलब्ध है.
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