मुंबई की 5 साल की बच्ची के शरीर में धड़केगा इंदौर के किसान का दिल, सफल हुआ ट्रांसप्लांट…

मध्यप्रदेश 01दिसम्बर (वेदांत समाचार)। चिकित्सा जगत के बेहद दुर्लभ मामले में इंदौर में 41 वर्षीय किसान के मरणोपरांत अंगदान से मिले दिल को हवाई मार्ग से मुंबई भेजकर वहां के एक अस्पताल में भर्ती पांच साल की बच्ची के शरीर में ट्रांसप्लांट किया गया है. जिगर और दोनों गुर्दे इंदौर के तीन जरूरतमंद मरीजों को दिए गए. वहीं दोनों फेफड़े हैदराबाद में एक मरीज के लिए भेजे गए.

अधिकारियों के मुताबिक, अंग प्रतिरोपण से पहले यह बच्ची दिल की एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थी और किसान के मरणोपरांत अंगदान से उसे नयी जिंदगी मिलने की उम्मीद है. इंदौर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने बुधवार को बताया, ‘‘मुंबई के अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती पांच साल की बच्ची ऐसी बीमारी की शिकार थी जिसमें उसका दिल और इसके आस-पास की जगह असामान्य रूप से बड़ी हो गई थी, जबकि 41 वर्षीय किसान के मरणोपरांत अंगदान से मिले दिल का आकार सामान्य के मुकाबले छोटा था.

बच्ची के शरीर में एक वयस्क व्यक्ति का किया गया हार्ट ट्रांसप्लांट

दीक्षित ने बताया, ‘‘अंगों के इस अजब-गजब संयोग के चलते ही बच्ची के शरीर में एक वयस्क व्यक्ति का हार्ट ट्रांसप्लांट किया जा सका. मुंबई के अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट की सर्जरी मंगलवार देर रात खत्म हुई जो चिकित्सा जगत में बेहद दुर्लभ है.’’ उन्होंने बताया कि हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है और मुंबई के अस्पताल के डॉक्टर उसकी हालत पर नजर रख रहे हैं.

दिमागी रूप से किया गया मृत घोषित

अधिकारियों ने बताया कि खुम सिंह सोलंकी (41) के मरणोपरांत अंगदान से मिले हृदय को बच्ची के शरीर में प्रतिरोपित करने के लिए इंदौर से मंगलवार शाम हवाई मार्ग से मुंबई रवाना किया गया था. उन्होंने बताया कि पड़ोसी देवास जिले के पिपलिया लोहार गांव के किसान सोलंकी 28 नवंबर को सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उन्हें इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अधिकारियों ने बताया कि इलाज के बावजूद सोलंकी की सेहत बिगड़ती चली गई और डॉक्टरों ने मंगलवार को उन्हें दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया.

परिजनों ने दी सहमति

अधिकारियों के मुताबिक, सोलंकी का परिवार शोक में डूबा होने के बावजूद उनके दिवंगत परिजन के अंगदान के लिए राजी हो गया और इसके बाद सर्जनों ने किसान के मृत शरीर से उनके हृदय के साथ ही उनका जिगर, दोनों गुर्दे और दोनों फेफड़े निकाल लिए. उन्होंने बताया कि सोलंकी का जिगर और दोनों गुर्दे इंदौर के तीन जरूरतमंद मरीजों को प्रतिरोपित किए गए, जबकि उनके दोनों फेफड़े हैदराबाद के एक अस्पताल में भर्ती 38 वर्षीय मरीज को प्रतिरोपित किए गए. अधिकारियों ने बताया कि किसान के दोनों फेफड़ों को हवाई मार्ग से मंगलवार शाम हैदराबाद भेजा गया था.

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