नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेटर मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट (IND vs NZ 1st Test) के दौरान घुटनों के बल बैठकर गली में फील्डिंग करने का फैसला किया. कानपुर की पिच पर गेंद नीची रह रही थी और ऐसे में बल्ले का किनारा भी नहीं ले रही थी. इसी के चलते मयंक अग्रवाल घुटनों के बल बैठ गए. अब, एमसीसी (MCC) के क्रिकेट सलाहकार जॉनी सिंगर ने नियमों के बारे में बताया है.
कानपुर टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. जॉनी सिंगर ने कहा कि क्रिकेट के खेल में कोई भी नियम किसी फील्डर को उसके घुटनों पर फील्डिंग करने से नहीं रोकता है. उन्होंने कहा कि आधुनिक समय के क्रिकेट में घुटनों पर फील्डिंग करना आम हो गया है, सिंगर ने कहा कि इस स्थिति को अपनाना ‘अनुचित’ नहीं है. मिड-डे ने सिंगर के हवाले से कहा, ‘एक फील्डर को उसके घुटनों पर फील्डिंग करने से रोकने के लिए नियमों में कुछ भी नहीं है. वास्तव में, यह हाल के वर्षों में अपेक्षाकृत सामान्य हो गया है. घुटनों के बल बैठना और ऐसे फील्डिंग करना निश्चित रूप से अनुचित नहीं है.’
अब, अगला सवाल यह उठ सकता है कि क्या किसी खिलाड़ी के लिए अपने घुटनों पर फील्डिंग करना हमेशा वैध होता है? खैर, सिंगर के पास इसका भी जवाब है. उन्होंने कहा कि अगर कोई फील्डर अपनी पॉजीशन बदलता है यानी गेंद फेंके जाने के बाद घुटने टेक देता है तो इसे नियमों का उल्लंघन माना जाएगा. यह फैसला पूरी तरह ऑन-फील्ड अंपायर का होगा. भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट मै ड्रॉ रहा. सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच 3 दिसंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा.
[metaslider id="347522"]