25 लाख करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में सुब्रत राय समेत 18 के खिलाफ केस दर्ज, पत्नी और बेटे भी आरोपी..

30 नवंबर (वेदांत समाचार)। सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अजय टंडन ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय (Subrata Rai Sahara) समेत 18 लोगों के खिलाफ काकादेव थाने में हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी समेत अन्य गम्भीर धाराओं में FIR दर्ज कराई है. एडवोकेट की तहरीर पर पुलिस कमिश्नर ने जांच कराई थी और मामले की शुरूआती छानबीन के बाद ही FIR दर्ज की गई है. मिली जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने कई कंपनियां और सोसाइटी बनाकर देश भर में 25 लाख लोगों से 25 लाख करोड़ रुपये (25 lakh crore fraud case) की धोखाधड़ी की है.

सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट अजय टंडन ईमानदार भारतीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. एफआईआर के मुताबिक निवेश, हाउसिंग आदि के नाम पर आरोपितों की कंपनियों के जरिये रकम जमा कराई गई. अजय का दावा है कि उनके पास 25 लाख करोड़ रुपये के फ्रॉड का सबूत मौजूद है, जो उन्होंने पुलिस को दिया है. अजय ने पुलिस को यह जानकारी भी दी है कि किस सोसाइटी ने कितने हजार और लाख करोड़ का फ्रॉड किया गया है. अजय ने बताया कि बोगस कंपनियां बनाकर आरोपितों ने काले धन को सफेद किया है. पूरे देश में हुई इस ठगी के गरीब व मजदूर भी शिकार हुए हैं. वे हर दिन सौ-पचास रुपये इनकी कंपनियों में निवेश कर रहे थे. अजय का कहना है कि इसमें कई बड़े नेता और अन्य नामचीन हस्तियां भी शामिल हैं.

18 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
काकादेव थाने में रविवार को सहारा प्रमुख समेत 18 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता की तहरीर पर पुलिस कमिश्नर के आदेश पर काकादेव पुलिस ने कार्रवाई की. अजय टंडन के मुताबिक, निवेश, हाउसिंग आदि के नंबर पर आरोपियों की कंपनियों के जरिये रकम जमा कराई गई.

अजय टंडन के मुताबिक, आरोपियों ने सहारा इंडिया रियल इस्टेट कारपोरेशन, सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कारपोरेशन लिमिटेड, सहारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, सहारियन यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसाइटी, हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, स्टार मल्टीपरपज कोऑपरेटिव सोसाइटी, सहारा इंडिया कॉमर्शियल कारपोरेशन, सहारा हाउसिंग फाइनेंस कारपोरेशन, सहारा क्यू शॉप प्रोडक्ट, सहारा क्यू गोल्डमार्ट लिमिटेड, सहारा प्योर इटेबल्स कारपोरेशन, सहारा यूनिवर्सल माइनिंग कारपोरेशन, एम्बी वैली सिटी डेवलपर्स, सहारा इंडिया टूरिज्म डेवलेपमेंट कारपोरेशन समेत अन्य कई सोसाइटी और हजारों कंपनियों के जरिये ठगी को अंजाम दिया गया.

सुब्रत राय और पत्नी-बेटे भी आरोपी
सहारा प्रमुख सुब्रत राय, उनकी पत्नी स्वप्ना राय, बेटे सुशांतु राय व शीमांतो राय, बहू चांदनी राय, रिचा, भाई जेबी राय के अलावा निदेशक जितेंद्र कुमार वार्ष्णेय, ऑडिटर पवन कपूर, निदेशक करुणेश अवस्थी, अनिल कुमार पांडेय, राणा जिया, डीके श्रीवास्तव, रोमी दत्ता, प्रदीप श्रीवास्तव, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, अब्दुल दबीर व ऑडिटर आरएन खन्ना को आरोपी बनाया गया है. इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उनका इस्तेमाल करने, साजिश रचने और गिरोह बनाकर ठगी को अंजाम देने की धारा लगाई गई है.

डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति ने कहा- प्राथमिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज की गई है. शिकायतकर्ता की तरफ से जो साक्ष्य उपलब्ध कराए गए हैं, उनका सत्यापन कर जांच आगे बढ़ाई जाएगी. मामला बड़ा है, इसलिए जरूरत पड़ी तो स्पेशल टीम गठित कर विवेचना कराई जाएगी. अजय का कहना है कि इसमें कई बड़े नेता समेत अन्य नामचीन हस्तियों की भी भूमिका है, इसकी भी जांच कराई जा रही है.

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