कई देशों में कोरोना को अब नए सिरे से भयावह बनाने वाला ओमीक्रोन स्ट्रेन वाणिज्य और व्यापार की दुनिया को अपनी चपेट में ले रहा है. व्यापारिक जगत को खौफ हो गया है कि जिस तरह अल्फा, लेम्ब्डा और डेल्टा जैसे वेरिएंट पूरी दुनिया में तबाही मचा चुके हैं, हर जगह ताला लगवा चुके हैं, कहीं ओमीक्रोन भी ऐसा न कर गुजरे. इसी डर में मेटल की दुनिया में अपनी बादशाहत रखने वाला सोना भी धराशायी होता दिख रहा है. भारत में शनिवार को गोल्ड स्पॉट 1300 रुपये तक गिर गया जबकि उससे पहले 900 रुपये की बढ़त मिली थी.
दरअसल, सोने में गिरावट देश-दुनिया की घटनाओं के बरक्स देखी गई है. ओमीक्रोन के डर से वैश्विक इक्विटी में धड़ाधड़ बिकवाली हुई है जिससे सोना भी अचानक धराशायी हो गया. सोने के उतार-चढ़ाव के ट्रेंड को समझने के लिए इस हफ्ते की पूरी बिजनेस गतिविधि पर नजर रखना होगा. महंगाई की चिंताओं को दूर करने के लिए स्टीमुलस पैकेज (प्रोत्साहन राशि) में तेजी लाने के अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले के बीच सोने ने सप्ताह की शुरुआत गिरावट (Gold Price In India) के साथ की.
सोने की 1 हफ्ते की चाल
सोना सोमवार को 1850 डॉलर प्रति औंस (औंस लगभग 28.3 ग्राम के बराबर) के इंट्रा-डे पीक से गिरकर 24 नवंबर को 1777 डॉलर के निचले स्तर पर आ गया है. हालांकि, जैसे ही दक्षिण अफ्रीका से नए और बेहद संक्रामक कोरोना वायरस स्ट्रेन की खबर आई, सोना शुक्रवार को 39 डॉलर की तेजी के साथ 1816 डॉलर के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गया. इसका अर्थ हुआ कि महामारी के दौर में लोगों को सोने में निवेश अधिक उपयोगी लगता है.
केडिया एडवाइजरी के अजय केडिया ने सोने के ट्रेंड पर टिप्पणी करते हुए कहा, “इस महीने की शुरुआत में महंगाई की चिंता थी, जिससे सोने की कीमतों (Gold Price In India) में कम समय में 100 डॉलर की तेजी आई. लेकिन यूएस फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना के बाद, हमने देखा कि सोना 1870 डॉलर के उच्च स्तर से नीचे गिरकर 1780 डॉलर के निचले स्तर पर पहुंच गया. कोरोना के नए स्ट्रेन ओमीक्रोन से सबकी चिंता बढ़ी है जिसने सोने का समर्थन किया और इसे 1815-1816 डॉलर तक बढ़ा दिया.”
आगे क्या होगा
अगले दो महीनों में गोल्ड में अस्थिरता (Gold Price In India) की उम्मीद है. विशेषज्ञों का मानना है कि नए स्ट्रेन पर पैनी नजर रखते हुए और देश-विदेश प्रतिबंधों के साथ कैसी प्रतिक्रिया करते हैं, यह ज्यादा अहम होगा. विश्लेषकों का मानना है कि सोना 1835 डॉलर के स्तर तक जा सकता है, जो मौजूदा स्तर से लगभग 2% अधिक है. बढ़े हुए प्रतिबंध, लॉकडाउन और आर्थिक गतिविधियों पर उसके बाद के प्रभावों से सोने की मांग में और तेजी आएगी क्योंकि सुरक्षित निवेश में एक नया उछाल आया है.
50,000 की रेंज में जा सकता है सोना
विश्लेषकों को उम्मीद है कि सोना 47,000 रुपये – 50,000 रुपये की रेंज में जा सकता है. विश्लेषकों को उम्मीद है कि लोगों को 46,500-47,000 रुपये के बीच सोने की खरीद (Gold Price In India) का मौका मिल सकता है. हालांकि अगले पखवाड़े में अन्य देशों में ओमीक्रोन के फैलने और लॉकडाउन सहित उसके बाद के प्रतिबंधों पर बहुत कुछ निर्भर करेगा. अगले कुछ दिनों के लिए विश्लेषकों ने संकते दिया है कि प्रतिबंध और लॉकडाउन सख्ती से लागू किए जाते हैं तो सोने में मजबूती दिखेगी.
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) ने 26 नवंबर को सोने (999 शुद्धता) की कीमत (Gold Price In India) 48,466 रुपये प्रति 10 ग्राम बताई, जो पिछले दिन की तुलना में लगभग 800 रुपये अधिक है. चांदी की कीमतें 63,612 रुपये प्रति किलोग्राम पर रहीं, जो पिछले दिन की तुलना में लगभग 300 रुपये अधिक है. वायदा में, एमसीएक्स सोना दिसंबर वायदा आखिरी बार शुक्रवार को 47,640 रुपये पर था, जो पिछले दिन के मुकाबले 219 रुपये अधिक था. शुक्रवार को एमसीएक्स चांदी 1.6% या 1,031 रुपये से अधिक की गिरावट के साथ सप्ताह के अंत में 61,119 रुपये पर बंद हुई.
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