मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने चेताया, कहा- कोरोना अभी गया नहीं, सावधान रहें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देसवासियों को संबोधित किए। यह उनकी मन की बात कार्यक्रम का 83वां एपिसोड था। पीएम मोदी में इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देशवासियों से कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है, सावधान रहने की जरूरत है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे देश में अनेक राज्य हैं, अनेक क्षेत्र है जहां के लोगों ने अपनी प्राकृतिक विरासत के रंगों को संजोकर रखा है। इन लोगों ने प्रकृति के साथ मिलकर रहने की जीवनशैली आज भी जीवित रखी है। ये हम सबके लिए भी प्रेरणा है। पीएम ने आगे कहा कि वीरता केवल युद्ध के मैदान में ही दिखाई जाए ऐसा ज़रूरी नहीं होता। जब विरता का विस्तार होता है तो हर क्षेत्र में अनेकों कार्य सिद्ध होने लगते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में अनेक राज्य हैं, अनेक क्षेत्र है जहां के लोगों ने अपनी प्राकृतिक विरासत के रंगों को संजोकर रखा है। इन लोगों ने प्रकृति के साथ मिलकर रहने की जीवनशैली आज भी जीवित रखी है। ये हम सबके लिए भी प्रेरणा है। अमृत महोत्सव, सीखने के साथ ही हमें देश के लिए कुछ करने की भी प्रेरणा देता है, अब तो देश-भर में आम लोग हों या सरकारें, पंचायत से लेकर संसद तक, अमृत महोत्सव की गूंज है और लगातार इस महोत्सव से जुड़े कार्यक्रमों का सिलसिला चल रहा है।

मन की बात कार्यक्रम का पहला एपिसोड 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित किया गया था। इससे पहले 24 अक्टूबर को प्रसारित मन की बात की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के कार्यान्वयन पर जोर दिया था। पीएम ने इस बात पर भी प्रकाश डाला था कि भारत दुनिया के पहले देशों में से एक है, जो ड्रोन की मदद से अपने गांवों में जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कर रहा है।

Updates:

– दिसम्बर महीने में ही एक और बड़ा दिन हमारे सामने आता है जिससे हम प्रेरणा लेते हैं।  ये दिन है, 6 दिसम्बर को बाबा साहब अम्बेडकर की पुण्यतिथि। बाबा साहब ने अपना पूरा जीवन देश और समाज के लिये अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिये समर्पित किया था।

– सरकार के प्रयासों से, सरकार की योजनाओं से कैसे कोई जीवन बदला उस बदले हुए जीवन का अनुभव क्या है? जब ये सुनते हैं तो हम भी संवेदनाओं से भर जाते हैं। यह मन को संतोष भी देता है और उस योजना को लोगों तक पहुंचाने की प्रेरणा भी देता है।

– युवाओं से समृद्ध हर देश में तीन चीजें बहुत मायने रखती हैं। पहली चीज है- आइडिया और इनोवेशन। दूसरी है- जोखिम लेने का जज्बा। तीसरी है- Can Do Spirit, यानी किसी भी काम को पूरा करने की जिद्द, जब ये 3 चीजें आपस में मिलती हैं तो अभूतपूर्व परिणाम मिलते हैं।

– पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज भी सत्ता में नहीं हूं और भविष्य में भी सत्ता में जाना नहीं चाहता हूं। मैं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूं। मेरे लिए ये पद, सत्ता के लिए है ही नहीं, सेवा के लिए है।

– वीरता केवल युद्ध के मैदान में ही दिखाई जाए ऐसा ज़रूरी नहीं होता। जब विरता का विस्तार होता है तो हर क्षेत्र में अनेकों कार्य सिद्ध होने लगते हैं।

– हमारे देश में अनेक राज्य हैं, अनेक क्षेत्र है जहां के लोगों ने अपनी प्राकृतिक विरासत के रंगों को संजोकर रखा है। इन लोगों ने प्रकृति के साथ मिलकर रहने की जीवनशैली आज भी जीवित रखी है। ये हम सबके लिए भी प्रेरणा है।

– वृन्दावन के बारे में कहा जाता है कि ये भगवान के प्रेम का प्रत्यक्ष स्वरूप है। हमारे संतों ने भी कहा है- यह आसा धरि चित्त में, यह आसा धरि चित्त में, कहत जथा मति मोर। वृंदावन सुख रंग कौ, वृंदावन सुख रंग कौ, काहु न पायौ और।

– दिसंबर महीने नेवी डे और आर्म्ड फोर्स फ्लैग डे भी देश मनाता है। हम सबको मालूम है 16 दिसम्बर को 1971 के युद्ध का स्वर्णिम जयन्ती वर्ष भी देश मना रहा है। मैं इन सभी अवसरों पर देश के सुरक्षा बलों का स्मरण करता हूं, हमारे वीरों का स्मरण करता हूं। 

– अमृत महोत्सव, सीखने के साथ ही हमें देश के लिए कुछ करने की भी प्रेरणा देता है, अब तो देश-भर में आम लोग हों या सरकारें, पंचायत से लेकर संसद तक, अमृत महोत्सव की गूंज है और लगातार इस महोत्सव से जुड़े कार्यक्रमों का सिलसिला चल रहा है।

– पिछले दिनों दिल्ली में ‘आजादी की कहानी-बच्चों की जुबानी’ कार्यक्रम में बच्चों ने स्वाधीनता संग्राम से जुड़ी गाथाओं को प्रस्तुत किया। खास बात ये रही कि इसमें भारत के साथ नेपाल, मौरिशस, तंजानिया, न्यूजीलैंड और फीजी के स्टूडेंट्स भी शामिल हुए।

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