बारिश से परेशान किसानों ने खलिहानों में उल्टा गाड़ा हल

जगदलपुर 24 नवम्बर (वेदांत समाचार)।  मानसून की विदाई के बाद भी बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के प्रभाव से नवंबर माह के पहले दिन से अंचल में हो रही बारिश ने धान की फसल को नुकसान पहुंचा रही हैI धान कटाई का काम काफी प्रभावित हो रहा है। दीपावली के बाद उम्मीद की जा रही थी कि बारिश थम जाएगी पर ऐसा नही हुआ है। हर दिन दोपहर बाद बारिश हो रही है। इससे परेशान किसान देवी देवताओं की शरण में जाकर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान तो कर ही रहे हैं, यहां जिले के जगदलपुर, बकावंड, बस्तर विकासखंड में किसानों ने अपने खलिहान में हल को उल्टा गाड़ना शुरू कर दिया है।

कुछ किसान जिनकी फसल खेतों में ही है, कटाई नही हुई है वहां भी हल को उल्टा गाड़ा जा रहा है। बकावंड की किसान धरम मौर्य का कहना है कि उल्टा हल गाड़कर हम इंद्रदेव को बारिश से फसल को हो रहे नुकसान के बारे में बताना चाहते हैं। किसान जगमोहन का कहना है कि उल्टा हल का मतलब यह भी है कि इस सीजन में खेतों की जोताई का काम अब नही है। यह समय फसल की कटाई का है। जगमोहन को पूरा विश्वास है कि इंद्रदेव किसानों की सुनेंगे और बारिश अब नही होगी।

इधर भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर से जारी सूचना में बताया गया कि एक निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है , इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 5.8 किमी ऊपर तक विस्तारित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए प्रबल होकर चिन्हित निम्न दाब का क्षेत्र पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर अगले 24 घंटे में पहुंचने की संभावना है।

इसके बाद इस तंत्र का लगभग पश्चिम दिशा में आगे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तर तटीय तमिलनाडु में 18 नवंबर को पहुंचने की संभावना है। इसके प्रभाव से प्रदेश में व्यापक रूप से बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इसके कारण प्रदेश के एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छीटें पडने की सम्भावना है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छग (बस्तर संभाग) रहने की सम्भावना है

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