नाबालिग ने कॉल कर रुकवाई अपनी शादी! मां-बाप ने घर से निकाला; बाल आयोग ने भेजा शेल्टर होम…

राजस्थान24 नवंबर (वेदांत समाचार)। उदयपुर जिलें में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक नाबालिग युवती ने मां-बाप के हाथों हो रहे बाल विवाह (Child Marriage) का अपराध रोकने की नायाब मिसाल पेश की है. बीते 2 दिन पहले बाल विवाह करने से मना करने वाली 14 साल की लड़की को उसके माता-पिता ने अपने घर पर रखने से इनकार कर दिया. पुलिस के अनुसार इसके बाद उसे चाइल्ड लाइन सेंटर भेज दिया गया है. युवती ने दो टूक कहा कि फिलहाल पढ़ना चाहती हैं, शादी नहीं, करना चाहती.

दरअसल, ये मामला उदयपुर जिले में कुराबड़ के भूतिया गांव का है. पुलिस के मुताबिक जहां की एक नाबालिग युवती का रविवार को बाल विवाह करवाया जा रहा था. इस पर युवती ने हिम्मत दिखाते हुए बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल को फोन कर जानकारी दी. इसके साथ ही युवती ने संगीता को अपने शादी के कार्ड की फोटो भी भेजी. इस दौरान नाबालिग युवती ने बताया कि फिलहाल वह पढ़ना चाहती है, शादी नहीं करना चाहती. इसके बाद संगीता बेनीवाल ने जिलाधिकारी समेत कई अधिकारियों को बुला कर जानकारी दी. जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला चाइल्ड लाइन की टीम के साथ पुलिस और स्थानीय जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और युवती का विवाह रुकवाया. उसके बाद CWC की सहायता से युवती की काउंसिलिंग कराकर उसे उदयपुर में नारी निकेतन के बालिका गृह में रखा गया.

युवती ने परिजनों के पास जाने की जताई इच्छा, लेकिन मां-बाप ने किया इनकार

बता दें कि नाबालिग युवती ने बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने मिलने की बात कही थी. ऐसे में सोमवार की शाम संगीता बेनीवाल उदयपुर पहुंचीं और युवती से मिलने बालिका गृह पहुंची. इस पर युवती ने संगीता से नारी निकेतन के बजाए मां-बाप के साथ ही रहने की इच्छा जताई. इस दौरान नाबालिग को लेकर संगीता उसे मां-बाप के पास छोड़ने के लिए खुद कुराबड़ पहुंचीं, मगर मां-बाप ने अपनी ही बेटी को घर में रखने से इनकार कर दिया. वहीं, परिजनों का कहना है कि यदि हमने इसे घर में रखा तो समाज हमारा बहिष्कार कर देगा.

 समाज नहीं करेगा स्वीकार- माता-पिता

गौरतलब है कि संगीता बेनीवाल जब लड़की को लेकर उसके घर पहुंचीं तो मौके पर मौजूद समाज के कई लोग इक्ठ्ठा हो गए. जहां संगीता के काफी समझाने के बावजूद भी परिजन और समाज के लोग नहीं माने. इस दौरान समाज के सभी लोग युवती से सार्वजनिक माफी मंगवाने पर अड़े रहे. उसके बाद जब नाबालिग ने माफी भी मांगी, मगर घरवालों का दिल नहीं पसीजा. ऐसे में माता-पिता ने अपनी ही बच्ची को घर में रखने से इनकार कर दिया. परिजनों का कहना है कि अगर इसे यहां रखा तो बदनामी होगी. हम लोगों को समाज बाहर कर देगा.

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