कोरबा 23 नवम्बर (वेदांत समाचार)। बिलासपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी मंगलवार को कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय प्रांगण में आम जनता से रूबरू हुए। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल की उपस्थिति में आयोजित जनदर्शन में पहुंचे कोरबा जिला सहित रेंज के अंतर्गत जांजगीर -चांपा जिले से भी फरियादी पहुंचे थे।
पुलिस स्तर की शिकायतों का निराकरण करते हुए मामलों में एफआईआर व जांच करने के निर्देश दिए।जनदर्शन में आए राजस्व और चिटफंड संबंधी मामलों में जिला प्रशासन व विभाग से शिकायत करने का मार्गदर्शन भी दिया। जनदर्शन में एएसपी अभिषेक वर्मा, डीएसपी यातायात शिवचरण सिंह परिहार, कोरबा सीएसपी योगेश साहू, दर्री सीएसपी सुश्री लितेश सिंह, कटघोरा एसडीओपी ईश्वर त्रिवेदी,आरआई अनथ पैंकरा, सूबेदार भुनेश्वर कश्यप, एसपी के रीडर निरीक्षक एसएस पटेल सहित सभी थाना व चौकियों के प्रभारी उपस्थित रहे।
0 कोरबा में बेहतर पुलिसिंग
आईजी ने इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जनदर्शन में आम जनता से सीधे रूबरू होकर उनकी शिकायतों का निराकरण के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर जनदर्शन किए जा रहे हैं। रेंज के जिलों में वार्षिक निरीक्षण भी उनके द्वारा किया जा रहा है। जनदर्शन में पुलिस से संबंधित एवं पारिवारिक व राजस्व विभाग से भी जुड़े प्रकरण लोगों द्वारा लाए गए जिनका उचित निराकरण किया गया एवं निर्देश दिए गए हैं। उरगा थाना के एसआई द्वारा शिक्षक के बेटे को फंसाने और बचाने के लिए प्रकरण में रिश्वत लेने के मामले में कहा कि एसपी इसकी जांच करवा रहे हैं। दोनों पक्षों की गहन विवेचना के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। कोरबा जिले की पुलिसिंग के सवाल पर कहा कि यहां की पुलिस अच्छा काम कर रही है।पब्लिक रिलेशन बढ़ाने पर काम हो रहा है। पुलिसिंग में हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है और जो भी कमी महसूस होती है उसे सुधार कर बेहतर पुलिसिंग पर जोर दिया जाता है। लोगों से संबंध बढ़ाने का काम किया जा रहा है। पुलिस को कई मामलों में राजस्व, प्रशासन, निगम का समन्वय नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है, बाकी का वो विभाग वाले बताएंगे।
0 आईजी की सादगी को लोगों ने सराहा
जनदर्शन के मंच पर बैठने के लिए आईजी व एसपी के लिए रिवाल्विंग चेयर लगाया गया था। मंच पर पहुंचते ही आईजी ने रिवाल्विंग चेयर हटवाकर सामान्य कुर्सी लगाने के लिए कहा। आईजी के द्वारा ऐसा करने के साथ ही एसपी ने भी अपनी कुर्सी बदलवाई और दोनों ने वीआईपी कुर्सी की बजाय सामान्य कुर्सी पर बैठकर सुनवाई की। इससे पहले वे मंच से उतर कर जनता के बीच पहुंचे और एक-एक कर उनकी शिकायतों को सुना।
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