किसानों को दोहरी मार:बेमौसम बारिश से किसानों को नुकसान: धान की कटाई फिर बंद, 60 प्रतिशत फसल खेत में, करपा पानी में डूबा…

कोरबा23 नवंबर (वेदांत समाचार)। बेमौसम बारिश से धान की फसल को फिर नुकसान हुआ है। खेत में काट कर रखी फसल भीग गई। कई क्षेत्रों में अधिक बारिश होने से खेतों में पानी भर गया है। किसान खलिहान में रखे धान को प्लास्टिक से ढककर बचाने का प्रयास कर रहे हैं। अभी मात्र 40 प्रतिशत ही धान कटाई हो पाई है। 60 प्रतिशत धान की फसल खेतों में है। किसानों का कहना है कि बारिश में भीगने से धान क गुणवत्ता पर प्रभावित होगी।

नवंबर में दूसरी बार बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि चक्रवर्ती घेरा होने की वजह से बारिश हो रही है। पिछले सप्ताह करतला और कोरबा ब्लाक में अधिक बारिश हुई थी, लेकिन इस बार सभी 5 ब्लॉकों में बारिश का असर हुआ है। किसान बारिश थमने के बाद फिर से धान की कटाई कर रहे थे। करपा अभी खेत में ही रखा हुआ है। खेतों में पानी भरने से बालियां पानी में डूब गई है। काटकर खेतों में सूखने के लिए रखी फसल भी पानी में डूबी हुई है। इससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। मौसम विभाग की माने तो मंगलवार को आसमान साफ हो जाएगा, लेकिन बदली भी रहेगी।

37821 हेक्टेयर फसल का बीमा
जिले में धान की फसल रकबा 98741 हेक्टेयर है, लेकिन 23504 किसानों ने 37821 हेक्टेयर का बीमा कराया है। कृषि विभाग ने कहा है कि फसल क्षति होने पर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर में 72 घंटे के भीतर सूचना दे सकते हैं। आंकलन करने के बाद क्षति का मुआवजा दिया जाएगा।

किसानों को दोहरी मार:बेमौसम बारिश से किसानों को नुकसान: धान की कटाई फिर बंद, 60 प्रतिशत फसल खेत में, करपा पानी में डूबा
कोरबा3 घंटे पहले

किसान बोले -धान की फसल भीगने से क्वालिटी होगी प्रभावित, धान बेचने में होगी परेशानी

बेमौसम बारिश से धान की फसल को फिर नुकसान हुआ है। खेत में काट कर रखी फसल भीग गई। कई क्षेत्रों में अधिक बारिश होने से खेतों में पानी भर गया है। किसान खलिहान में रखे धान को प्लास्टिक से ढककर बचाने का प्रयास कर रहे हैं। अभी मात्र 40 प्रतिशत ही धान कटाई हो पाई है। 60 प्रतिशत धान की फसल खेतों में है। किसानों का कहना है कि बारिश में भीगने से धान क गुणवत्ता पर प्रभावित होगी।

नवंबर में दूसरी बार बारिश हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि चक्रवर्ती घेरा होने की वजह से बारिश हो रही है। पिछले सप्ताह करतला और कोरबा ब्लाक में अधिक बारिश हुई थी, लेकिन इस बार सभी 5 ब्लॉकों में बारिश का असर हुआ है। किसान बारिश थमने के बाद फिर से धान की कटाई कर रहे थे। करपा अभी खेत में ही रखा हुआ है। खेतों में पानी भरने से बालियां पानी में डूब गई है। काटकर खेतों में सूखने के लिए रखी फसल भी पानी में डूबी हुई है। इससे किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। मौसम विभाग की माने तो मंगलवार को आसमान साफ हो जाएगा, लेकिन बदली भी रहेगी।

37821 हेक्टेयर फसल का बीमा
जिले में धान की फसल रकबा 98741 हेक्टेयर है, लेकिन 23504 किसानों ने 37821 हेक्टेयर का बीमा कराया है। कृषि विभाग ने कहा है कि फसल क्षति होने पर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर में 72 घंटे के भीतर सूचना दे सकते हैं। आंकलन करने के बाद क्षति का मुआवजा दिया जाएगा।

तापमान में आने लगी गिरावट अब बढ़ेगी ठंड
बदली और बारिश की वजह से अधिकतम तापमान 28 डिग्री पर पहुंच गया। 2 डिग्री की गिरावट आई है। न्यूनतम तापमान 17 डिग्री पर बना हुआ है। इसकी वजह से हल्की ठंड शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार आगे न्यूनतम तापमान में कमी आएगी।

जानिए किस ब्लॉक में बारिश से फसल पर कितना असर

करतला: कटाई बंद, खड़ी फसल जमीन पर गिरी: अमलडीहा के किसान राम कीर्तन ने बताया कि धान की कटाई बंद हो गई है। कई खेतों की फसल गिर गई है। इससे नुकसान होगा। मौसम साफ होने के बाद ही धान की कटाई करेंगे।
पाली: खेत में भर गया पानी, फसल भीगने से नुकसान: ग्राम पंचायत शिवपुर के आश्रित गांव कर्रानारा के मुकेश श्याम ने बताया कि कटकर तैयार फसल भीग गई है। चनवारीपारा से बुद्धू सिंह ने बताया कि खेत में पानी भरा हुआ है।
कटघोरा: खलिहान में रखा धान भीगने से नुकसान की आशंका: ग्राम मड़वाढोढा़ के किसान रामकुमार ने बताया कि खलिहान में रखा धान भी भीग गया। मौसम अगर नहीं खुला तो नुकसान होने की संभावना है। अभी धान कटाई बंद हो गई है।

क्षति होने पर किसानों को दिया जाएगा मुआवजा: कृषि विभाग
कृषि विभाग के एडीओ डीपीएस कंवर का कहना है कि किसान बीमा कंपनी को फसल क्षति की सूचना दे सकते हैं। जिन किसानों ने बीमा नहीं कराया है उन्हें राजस्व विभाग की ओर से मुआवजा देने का प्रावधान है।