बिलासपुर 21 नवम्बर (वेदांत समाचार)। : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ट्रेनों के पेंट्रीकार में कोरोनाकाल से पहले की तरह खाना पकेगा। मुख्यालय से बिलासपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में आदेश पहुंच गया है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि सुविधा कब से शुरू होगी। पुराने लाइसेंसी को ही संचालन की जिम्मेदारी सौंपेंगे या नए सिरे से टेंडर होगा। इस पर अब तक निर्णय नहीं हो सका। कार्यालय को इस निर्णय के आदेश का इंतजार है। उसके बाद यात्रियों को सुविधा मिलने लगेंगी।
जोन की सात ट्रेनों में पेंट्रीकार की सुविधा है। कोरोनाकाल से पहले इन ट्रेनों में भोजन व नाश्ता दोनों बनाने की अनुमति थी। लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस पर पाबंदी लगा दी गई। इसके बाद से केवल पैकेट बंद ही सामान बिक रहे हैं। इन्हीं सामानों की बिक्री के लिए पेंट्रीकार का ठेका भी हो रहा था। हालांकि यह व्यवस्था कारगर नहीं हुई।
लाइसेंस ठेका लेने के बाद बामुश्किल एक या दो फेरी सुविधा देने के बाद हाथ खींच ले रहा था। पर अब रेलवे बोर्ड ने पेंट्रीकार में खाना पकाने की अनुमति दे दी है। आदेश आइआरसीटीसी मुख्यालय को मिलने के बाद सभी क्षेत्रीय कार्यालय को जानकारी भेजी गई है। जिसमें बिलासपुर भी शामिल है। पर आदेश में यह नहीं दर्शाया गया है कि कब से यह सुविधा शुरू होगी।
इसके अलावा ठेके को लेकर भी असमंजस की स्थिति है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के कारण जब ट्रेनों का परिचालन बंद हुआ। उस समय पेंट्रीकार के लाइसेंसी की चिंता बढ़ गई थी। सबसे ज्यादा उस राशि को लेकर थी, जिसे उन्होंने लाइसेंस फीस के रूप में जमा किया था। हालांकि बाद में आदेश के बाद सभी लाइसेंसी की जमा राशि लौटा दी गई।
केवल राशि ही लौटाई गई है। टेंडर की अवधि पूरी नहीं हो सकी है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि दोबारा उन्ही को संचालन की जवाबदारी सौंपी जाएगी। इसके एवज में उनसे लौटाई गई राशि दोबारा ली जाएगी। उम्मीद है एक या दो दिनों के भीतर इस निर्णय ठोस निर्णय हो जाएगा। इसके बाद सुविधा मिलने लगेगी।
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