स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग पहुंचे बच्चों के बीच, 350 बच्चों को दिए महत्वपूर्ण जानकारियां

0 शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जेवरा सिरसा के 350 बच्चों को दुर्ग पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिए महत्वपूर्ण जानकारियां।

0 बाल सुरक्षा सप्ताह के समापन दिवस पर एसएसपी दुर्ग महोदय को अपने बीच पाकर बच्चे हुए उत्साहित।

दुर्ग 20 नवम्बर (वेदांत समाचार) lपुलिस मुख्यालय रायपुर के निर्देशानुसार अभिव्यक्ति कार्यक्रम अंतर्गत ‘बाल सुरक्षा सप्ताह’ जिला दुर्ग में आयोजित किया गया था। जिसमें 20.नवम्बर को बाल सुरक्षा सप्ताह के समापन कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जिला दुर्ग बी.एन मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनंत साहू, परिविक्षाधीन पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आई यू सी ए डब्ल्यू श्रीमती मीता पवार के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेवरा सिरसा में उपस्थित हुए। बाल सुरक्षा सप्ताह के समापन कार्यक्रम में नशा मुक्ति केंद्र से अजय कल्याणी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जेवरा सिरसा की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती सरिता सोनी एवं शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू श्रीमती मीता पवार के द्वारा बाल सुरक्षा सप्ताह ,पुलिस दुर्ग के द्वारा किस तरह किया गया, इसके बारे में संक्षिप्त में बताया गया। जिसमें जिला पुलिस दुर्ग के द्वारा विभिन्न स्कूलों ,छात्रावास , सार्वजनिक जगह बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, पार्क ,मॉल में जाकर बालक बालिकाओं के संबंध में संबंधित अपराधों के बारे में जानकारी दी गई। उसके पश्चात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनंत साहू के द्वारा उपस्थित बच्चों से पुलिस के आपातकालीन नंबरों के बारे में पूछा गया, जिसमें बच्चों के द्वारा 112,1091,1098 रक्षा टीम के नंबर के बारे में बताएं, पश्चात परिविक्षाधीन पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव के द्वारा बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी किस तरह करनी चाहिए उसका स्तर क्या होना चाहिए, पीएससी ,यूपीएससी जैसे प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी किस तरह करनी चाहिए, इसके बारे में बच्चों को बताया गया‌ । बच्चे इन ज्ञानवर्धक बातों को सुनकर काफी उत्साहित दिखे। तत्पश्चात वरिष्ठ अधीक्षक वरिष्ठ दुर्ग बीएन मीणा के द्वारा बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी किस तरह करनी चाहिए, उन्हें किन विषयों का चुनाव करना चाहिए , पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी बच्चों को खेलना चाहिए, इत्यादि के बारे में बच्चों को बताकर प्रोत्साहित किया गया तथा उपस्थित बच्चों के द्वारा जिज्ञासा भरे प्रश्न भी पूछे गए कि आपकी तरह पुलिस बनने के लिए हमें क्या-क्या करना होगा, जिसका उत्तर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा दिया गया।

नशा मुक्ति केंद्र से उपस्थित अजय कल्याणी के द्वारा नशा करने से उससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। नशा करने के बाद किन-किन कठिनाइयों का परिवार को सामना करना पड़ता है, उसके बारे में बताया गया और यह बताया गया कि अगर किसी व्यक्ति को नशा करने की आदत है तो संस्था उसे मुक्ति दिलाने में किस तरह सहायक होती है।

दुर्ग जिले में स्थापित विभिन्न इकाइयों जैसे यातायात के द्वारा बच्चों को यातायात के नियम गाड़ी चलाने के नियम के बारे में बताया गया। साइबर सेल के द्वारा साइबर अपराध संबंधित जानकारी दी गई। महिला थाना प्रभारी श्रीमती सी. तिर्की के द्वारा पास्को एक्ट महिला संबंधी अपराध के बारे में जानकारी दी गई। आईयूसीएडब्ल्यू कार्यालय की निरीक्षक श्रीमती प्रभा राव द्वारा जेजे एक्ट मानव तस्करी जैसे विषयों पर बच्चों को जानकारी दी गई | जेवरा सिरसा चौकी प्रभारी निरीक्षक सीताराम ग्रुप के द्वारा बच्चों को थाने की कार्यप्रणाली के बारे में बताया गया एवं महिला रक्षा टीम से सहायक उपनिरीक्षक संगीता मिश्रा के द्वारा बच्चों को गुड टच-बैड टच एवं पुलिस के आपातकालीन नंबर को भी बच्चों को नोट कराया गया तथा रक्षा टीम , के द्वारा आत्म सुरक्षा के गुर भी उपस्थित बच्चों को सिखाया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों के द्वारा शाला परिसर में रंगोली प्रतियोगिता एवं रंगोली प्रतियोगिता निबंध एवं चित्रकारी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसका निरीक्षण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवंत अन्य अधिकारियों के द्वारा किया गया। बच्चों में प्रतियोगिता को लेकर काफी उत्साह देखा गया एवं बच्चों ने काफी बढ़ चढ़कर इसमें भाग लिया एवं बच्चों के द्वारा रंगोली चित्रकारी निबंध का मुख्य आकर्षण बिंदु नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण थे। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय आने वाले छात्रों को उत्साहवर्धन हेतु जिला पुलिस दुर्ग के द्वारा पुरस्कृत करके उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई।