केदारकंठा की सबसे ऊंची चोटी 3 छात्रों ने की फतह, 12,500 फुट पर फहराया तिरंगा

पटना. कहते हैं, जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का.. फिर देखना फिजूल है कद आसमान का. कुछ ऐसे ही मजबूत इरादों के साथ निकले बिहार (Bihar) के चार छात्रों ने उत्तराखंड (Uttarakhand) में सबसे ऊंची चोटी को फतह करने में कामयाबी हासिल की है. पटना विश्विद्यालय (Patna University) के छात्र आयुष सुमन और गौरव व वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के आर.के शुक्ला और उनके गाइड गोपीचंद ने माउंटेन क्लाइम्बिंग (Mountain Climbing) के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाते हुए उत्तराखंड केदारकंठा ट्रेक (Kedarkantha Trek) पर 12,500 फुट की ऊंचाई पर भारत का तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड बनाया है.

केदारकंठा ट्रेक उत्तराखंड की ऊंची चोटियों में से एक है. बावजूद इसके चार बिहारी छात्रों ने इसे फतह करने में सफलता हासिल की है. आयुष सुमन की मानें तो इसे फतह करने में उन्हें चार दिन लग गए और इन चार दिनों में से तीन दिन सभी को जंगल में टेंट लगाकर गुजारा करना पड़ा. चोटी फतह करना काफी मुश्किल था क्योंकि पहाड़ पर जमी बर्फ पर काफी फिसलन थी. पल भर में कई हजार फुट नीचे खाई में गिरने का भी डर था. वहीं, गौरव के मुताबिक इस सफर पर जाने से पहले कई लोगों ने उन्हें डराया था कि यह असंभव है और खतरे से खाली नहीं है. लेकिन इसके बावजूद सभी ने हिम्मत नहीं हारी और मजबूत इरादों के साथ चोटी फतह करने में कामयाबी हासिल की.

आयुष और गौरव की मानें तो 12,500 फुट की ऊंचाई पर तिरंगा फहराने के बाद अब उनका अगला लक्ष्य माउंटेन क्लाइम्बिंग के क्षेत्र में भारत की हर ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराना और नया इतिहास बनाना है. छात्रों की इस सफलता से विश्विद्यालय प्रशासन भी काफी खुश है और सभी को बधाई देकर गौरवान्वित महसूस कर रहा है.

आयुष और गौरव पटना कॉलेज के मनोविज्ञान के तृतीय वर्ष के छात्र हैं जबकि आर.के शुक्ला वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में थर्ड ईयर के छात्र हैं.