मुख्यमंत्री सघन सुपोषण अभियान से बच्चे हो रहे सुपोषित…

बालक तुशाल डेढ़ माह में गंभीर कुपोषित श्रेणी से हुआ दूर

राजनांदगांव 19 नवंबर (वेदांत समाचार)। जिले में मुख्यमंत्री सघन सुपोषण अभियान के प्रभावी परिणाम मिल रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन और स्वास्थ्य विभाग की टीम की सजगता, मेहनत से गंभीर कुपोषित बच्चे कुपोषण से दूर हो रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर गंभीर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन किया गया। इसके बाद लगातार मॉनिटरिंग करके घर में जाकर बच्चों को खाना खिलाया जा रहा है। जिससे बच्चों के वजन में लगातार वृद्धि हो रही है। छुईखदान विकासखंड के ग्राम कोटरा के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 2 में बालक तुशाल एक वर्ष 3 माह का है। जो गंभीर कुपोषित श्रेणी से सुधार होकर मध्यम श्रेणी में आ गया। सघन सुपोषण अभियान प्रारंभ होने से पहले 1 सितम्बर 2021 को बालक का वजन 6.6 किलोग्राम था। जो गंभीर कुपोषित श्रेणी में आता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लगातार मॉनिटरिंग और पौष्टिक आहार देने के बाद 15 अक्टूबर को बालक का वजन 7.5 किलोग्राम हो गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती ममता जंघेल ने बताया कि बालक का चिन्हांकन करने के बाद घर में जाकर खाना खिलाया गया, लेकिन वह नहीं खाता था।

कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती रेणु प्रकाश ने बालक को स्वास्थ्य केन्द्र में जांच कराने की सलाह दी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा छुईखदान स्वास्थ्य केन्द्र में जांच कराई गई। इसके बाद बालक खाने में रूचि लेने लगा और वजन में वृद्धि हुई। जिससे बालक गंभीर कुपोषित श्रेणी से दूर हो गया। बालक की माता श्रीमती रोहणी ने बताया कि बालक को बिस्कुट को पानी में घोलकर पिलाते थे। जिससे बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा था। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने सलाह दी कि बच्चे को 3-4 घंटे के अंतराल में खिलाते रहे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा लगातार मॉनिटरिंग कर पौष्टिक आहार दिया गया। इसके साथ ही लगातार स्वास्थ्य जांच कराई गई। जिससे बच्चे की स्थिति में सुधार आया।