जांजगीर-चांपा 18 नवंबर (वेदांत समाचार)। मुख्यमंत्री बघेल के नेतृत्व में राज्य के समन्वित विकास का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। विकास का मार्ग प्रशस्त करने में नदी-नालों पर बनाए जा रहे पुल आवागमन की सहूलियतें को बढ़ा रहे हैं। राज्य के विकास में इन पुल-पुलियों का योगदान महत्वपूर्ण है। जिसके कारण से व्यापार, उद्योग, कृषि और विकास से संबंधित गतिविधियों को प्रोत्साहन मिल रहा है। इन पुल-पुलियों के निर्माण से लोगों को आवागमन के लिए बारहमासी सड़क की सुविधा उपलब्ध हो रही है। अवागमन की सहुलियत बढ़ने से लोगो में खुशी की लहर है। अब लोगों के समय और पैसे दोनों की बचत हो रही है। बारिश के दिनों में भी आवागमन सुलभ हो गया है। विगत तीन वर्षाे में जांजगीर-चांपा जिले में 9 पुल-पुलियों का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ है। जिनके लिए राज्य सरकार द्वारा 69 करोड़ 84 लाख रुपए से अधिक की राशि उपलब्ध कराई गई ।
जांजगीर-चांपा जिले के विकास और समृद्धि के लिए बारहमासी सड़कों का विकास हो रहा है। इन निर्माण कार्याे में मोहंदीखुर्द-हरदी मार्ग पर गाढ़ाघाट के पास बोराई नदी पर उच्चस्तरीय पुल का निर्माण 7 करोड़ 81 लाख रुपए से किया गया है। इस उच्चस्तरीय पुल के निर्माण से लोगों को बारहमासी आवागमन की सुविधा मिल रही है। इसी प्रकार शिवरीनारायण केरा मार्ग पर कांजी नाला पर 9 करोड़ 71 लाख रुपए की राशि से पुल का निर्माण किया गया है। शिवरीनारायण-खैरताल मार्ग में तुस्मा-तेंदुवा के बीच कांजी नाला में 9 करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से किया गया है। कोटमीसोनार मार्ग पर क्रोकोडाइल पार्क के पास लीलागर नदी पर 6 करोड़ 35 लाख रुपए की लागत से पुल बनाया गया है। हरदी-अमलीडीह मार्ग पर बोराई नदी में पुल का निर्माण 9 करोड़ 22 लाख रुपए की लागत से, धौराभांठा-ठुठी-सरवानी मार्ग पर सोननदी पर 7 करोड़ 90 लाख रुपए की लागत से, बावनबुड़ी-कपिस्दा के मध्य सोन नदी पर 3 करोड़ 80 लाख से, पलाड़ीखुर्द-चोरिया के मध्य सोन नदी पर 8 करोड़ 91 लाख रुपए और करौवाडीह-सतगढ़ मार्ग पर बोराई नदी में 6 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया गया है। इन पुल-पुलियों के निर्माण से लोगों को आवागमन में सहुलियत हो रही है और उनके आर्थिक विकास में सहयोग मिल रहा है।
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