सहकार भारती के प्रदेश अधिवेशन में अध्यक्ष-मंत्री का हुआ निर्वाचन..

रायपुर 16 नवंबर (वेदांत समाचार)। सहकार भारती ने रायपुर में 2 दिवसीय प्रदेश अधिवेशन का आयोजन किया था। इसके अंतिम दिवस पर सहकार भारती छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष एवं महामंत्री का निर्वाचन संपन्न हुआ | जिसमें सर्वसम्मति से वेद राम वर्मा पुनः अध्यक्ष चुने गए वहीं महामंत्री के पद पर संगठन मंत्री रहे आशीष तिवारी को चुना गया|

अध्यक्ष वेद राम वर्मा ने सहकार भारती के कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए सहकारिता के क्षेत्र में एकजुट होने का आह्वान किया | महामंत्री आशीष तिवारी ने कार्यकर्ताओं को आह्वान करते हुए कहा कि सहकारिता को मजबूत करने से प्रदेश के सभी समुदायों के लोगों को उनके ही स्थान पर बहुत सरलता से रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। इस अधिवेशन में संपूर्ण छत्तीसगढ़ के लगभग 800 कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे | अधिवेशन में महिला एवं ग्रामीण उद्यमियों के उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले प्रोडक्शन जिसकी जबरदस्त मांग है के स्टाल एवं प्रदर्शनी भी लगाई गई थी |

छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ की आबादी में मात्र 9000 सहकारी संस्थाएं हैं जिसमें से लगभग 10% संस्थाएं निष्क्रिय अवस्था में है | इसलिए हम सबको मिल जुलकर नई सहकारी समितियों के पंजीयन का काम करना है, ताकि सहकारिता के विभिन्न क्षेत्रों से गांव के देसी काम धंधों का स्वाभाविक विकास हो सके। दुग्ध के क्षेत्र में मात्र 1100 सहकारी समितियां हैं जबकि अभी हम कम से कम 5000 सहकारी समितियों को पंजीकृत कर के दुग्ध उत्पादक साथियों को इनकम बढ़ाने में सहयोग कर सकते हैं। वही मछुआ सहकारी समितियों को तालाब बांध आदि लीज पर देने के लिए उसके विधान में कंपनी और फर्म शब्द को हटाना चाहिए। पैक्स का निर्वाचन लोकतांत्रिक ढंग से करना चाहिए। सहकारिता पंजीयक के हस्तक्षेप से मुक्त किया जाना चाहिए | बुनकर सहकारी समितियों को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है ताकि पावर लूम के जगह में हैंडलूम की उपयोगिता बड़े और अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिल सके ।मार्केटिंग सहकारी समितियों को ऐस जी के उत्पादों के मार्केटिंग ब्रांडिंग पर जोर देना चाहिए ।अभी छत्तीसगढ़ में इस पर बहुत कम काम हुआ प्रदेश में 901 वन समितियां हैं जिसमें 1500000 से अधिक वनवासी जुड़े हुए हैं | वन समितियों के 52 प्रकार के उत्पादों के लिए अधिक से अधिक फूड प्रोसेसिंग यूनिट खोले जाने चाहिए ताकि वनवासी बंधुओं को बाजार से जुड़ा जाकर उनकी मासिक आय को बढ़ाया जा सके इससे किसानों की आय दुगनी करने का जो राष्ट्रीय लक्ष्य है वो भीपूरा हो सकेगा | अकेले गन्ना सहकारी शक्कर कारखाने से लगभग 100000 किसान प्रत्यक्ष तौर पर जुड़े हुए हैं | गन्ना के उत्पादन पर जोर देते हुए लगभग इतने ही सहकारी शक्कर कारखाना और खोले जाने की आवश्यकता है ताकि गन्ना उत्पादन का रकबा बढ़ा कर किसानों को समृद्ध किया जा सके |

इसमें पधारे राष्ट्रीय महामंत्री उदय जोशी ने सहकार भारती के प्रासंगिक उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कार्यकर्ताओं से कहा सह्कारिता के बिना लोगों और किसानों का विकास संभव नहीं है | उन्होंने कहा कि सहकार भारती की मांग पर केंद्र शासन ने अलग से सहकार मंत्रालय की घोषणा करते हुए अमित शाह को प्रथम सहकारी मंत्री बनाया है । उन्होंने विविध क्षेत्र में आर्थिक सामाजिक तथा सहकार क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया और कहा कि सहकार भारती केंद्र राज्यों में सहकारिता के लिए सम्मान निधि की मांग भी कर रही है | जोशी ने त्रिस्तरीय प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के ढांचे में बदलाव का भी विरोध किया । इस ढांचे में अनावश्यक हस्तक्षेप को रोकने की बात कहीं ताकि समितियां अपना कार्य सहकारिता के मूल स्वरूप को कायम रखते हुए कर सके |

इस अधिवेशन में सहकार भारती की राष्ट्रीय महिला प्रमुख शताब्दी पांडे ने सहकार भारती के लखनऊ में आयोजित होने वाले आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन की रूपरेखा से अवगत कराया। बता दे कि दिसंबर में लखनऊ के राष्ट्रीय अधिवेशन में केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहने वाले हैं जहां पर सहकारिता क्षेत्र के पूरे प्रदेश के विशेषज्ञ भी उपस्थित होंगे।

अधिवेशन में सहकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले सहकार जनों का सहकार श्री अवार्ड से सम्मान किया गया जिसमें गरियाबंद से अमर कुंजाम को पैक्स प्रबंधन हेतु, हीरा लाल साहू को पैक्स हेतु ,मंजूषा तिवारी को सहकारी समिति के सफल संचालन हेतु ,शरद साहू को 1 उत्पाद के शानदार मार्केटिंग हेतु, सिद्धार्थ पांडे को एस एस जी को स्किल एवं टेक्निकल सपोर्ट हेतु, भारतीय देवांगन को कोसा उत्पाद हेतु ,सरस्वती चौहान को स्व सहायता समूह प्रशिक्षण हेतु, विमलेश राव को समूह पंजीयन हेतु ,ममता साहू को एस.जी. में उत्कृष्ट व्यवसाय हेतु ,अनीता मिलने को उत्कृष्ट क्वालिटी के सेनेटरी नैपकिन निर्माण हेतु, सहकार श्री से सम्मानित किया गया | अधिवेशन संचालन समिति के रमेश यदु , मनोज तिवारी, ममता नायक , बसंत ठाकुर का भी सम्मान किया गया |

अधिवेशन को सफल बनाने के लिए प्रदेश के चिन्मय गोस्वामी, रामपाल परिहार, बृजेंद्र शर्मा, मनोज तिवारी,यस मनहर, हर्ष हंडा, रवि पटे, सरस साहू, नीलम सिंह, रमेश यादव, कौशल श्रीवास, ममता नायक, नीलम सिंह, रीता आई, रश्मि वधावन, सुनीता यादव, शेखर सिंह, विक्की, गुरु दत्ता, जितेंद्र साहू, जगन्नाथ पुरा, प्रमिला सिंह, सरस्वती चौहान ,हेतराम देवांगन, सत्येंद्र शर्मा, रामप्रकाश केसरवानी, गणेश साहू, नरेंद्र कौशिक, नीरज सोनी, शुभम सोनी, जगदीश देशमुख, हेमलाल साहू कृष्णा हिरवानी, आशा दीवान, धनीराम बालसे, अनिल कोसे, सुशीला धीवर, आदि कार्यकर्ता जुड़े हुए थे | अधिवेशन का संचालन महिला प्रकोष्ठ प्रदेश सहप्रमुख डॉ.सश्मिता शर्मा ने किया |