मणिपुर में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए असम राइफल्स के जवान सुमन स्वर्गियारी का असम के बक्सा जिले में स्थित उनके आवास पर अंतिम संस्कार किया गया. भावुक पलों के बीच सुमन की पत्नी ने बेसुध हालत में अपने पति के पार्थिव शरीर को सलाम कर अंतिम विदाई दी. मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुए हमले में बीते शनिवार को असम राइफल्स के एक कमांडिंग अफसर, उनकी पत्नी और बेटे और बल के चार अन्य कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी.
जवान सुमन स्वर्गियारी के ढाई साल के मासूम बेटे ने अपने पिता के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाए. पूरा परिवार दुख में डूबा हुआ है. स्वर्गियारी का पार्थिव शरीर जोरहाट एयरपोर्ट से सोमवार सुबह गुवाहाटी हवाई अड्डे पहुंचा था.
स्वर्गियारी के पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से गुवाहाटी से बक्सा ले जाया गया. वहीं अन्य शहीदों और परिजन के पार्थिव शरीर को सैन्य विमान से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया. गुवाहाटी एयरपोर्ट पर असम के कैबिनेट मंत्री केशव महंता ने राज्य सरकार की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई.अधिकारियों ने बताया कि केशव महंता और उनके कैबिनेट सहयोगी यूजी ब्रह्मा शहीद सुमन स्वर्गियारी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. पूरे सैन्य सम्मान के साथ हुई शहीद की अंतिम विदाई में जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी शामिल हुए.
उग्रवादी हमले में मारे गए असम राइफल्स के एक कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे के अलावा, चार जवानों में आरएफएन श्यामल दास, आरएफएन सुमन स्वर्गियारी, आरएफएन आरपी मीणा और आरएफएन खतनेई कोन्याक शामिल थे.
कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जबकि आरएफएन दास पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले थे. आरएफएन कोन्याक नागालैंड के मोन जिले के जबकि आरएफएन मीणा राजस्थान के दौसा जिले के रहने वाले थे. आरएफएन कोन्याक के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर से उनके पैतृक स्थान नागालैंड भेजा गया.
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