त्योहारों के बाद अब शादियां बनेंगी भारतीय अर्थव्यवस्था की तारणहार

कोरोना महामारी ने जिस भारतीय अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी थी अब धीरे-धीरे वह पटरी पर लौट रही है. अभी तक भारतीय अर्थव्यवस्था को त्योहारों के सीजन ने मजबूती दी थी, अब शादियों के सीजन की बारी है. हाल ही में बीते दीपावली में ही पूरे देश में लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था. जिसने 10 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था और अब अनुमान है कि आने वाले शादियों के सीजन में देश में लगभग 25 लाख शादियां होंगी, जिससे लगभग 3 लाख करोड़ रुपए का कारोबार होगा.

व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक 14 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर के बीच देशभर में लगभग 25 लाख शादियां होंगी. जिसकी वजह से देश में करीब तीन लाख करोड़ों का कारोबार होगा. अनुमान है कि अकेले दिल्ली में ही लगभग 50 हजार करोड़ का व्यापार होगा. यह शादियां देश के लगभग 600 जिलों में होंगी.

जमकर होगी सोने की रिटेल खरीदारी

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के मुताबिक इस वर्ष कोरोना महामारी के नियंत्रण में रहने की वजह से त्योहारों का उत्साह लोगों के बीच जमकर रहा. और लोगों ने खूब खरीदारी भी की. अक्टूबर से नवंबर के बीच साल की लगभग 40 फ़ीसदी खरीदारी होने का अनुमान है. वहीं अगर सोने की खरीदारी की बात करें तो त्यौहारों के सीजन के बाद सोने की रिटेल खरीददारी में शादियों के हिस्सेदारी लगभग 60 से 65 फ़ीसदी होती है. भारत में इस समय सोने की मांग तेज है. जुलाई से सितंबर महीने के तिमाही में सोने की मांग 47 फ़ीसदी से बढ़कर 139.1 टन हो गई थी. जबकि साल 2020 में यह मांग 94.6 टन थी. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल इन मानता है कि आने वाले शादियों के सीजन में भारत में सोने की मांग और बढ़ेगी.

शादियों से मिलेगा लगभग 15 करोड़ लोगों को रोजगार

ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन का मानना है कि बीते 2 वर्षों से कोरोना महामारी के चलते ज्यादातर शादियों को टाल दिया गया था. इसके साथ ही इस साल भी गर्मी में होने वाली शादियों को बढ़े कोरोना की वजह से टाल दिया गया था. लेकिन अब नवंबर से दिसंबर के बीच पूरे देश में बड़े पैमाने पर शादियां होंगी और इन शादियों से लगभग 15 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. वहीं कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक अकेले दिल्ली में ही इस शादी सीजन में लगभग डेढ़ लाख शादियां होंगी, जिनसे लगभग 50 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होगा.

गांवों में होंगी ज्यादा शादियां

दैनिक भास्कर में छपी एक खबर के मुताबिक इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता का कहना है कि शादियों के सीजन में बीते 2 साल से सुस्त पड़ी मांग निकलेगी और जिस तरह से फसलें अच्छी हुई हैं इस वजह से गांव में भी ज्यादा शादियां होने के आसार हैं. वहीं ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल मानते हैं कि आने वाले 4 महीने के दौरान शादियों के सीजन में लगभग 4.5 लाख करोड़ रुपए के वेडिंग कारोबार होने की संभावना है, जो कोविड के पहले से 25 फ़ीसदी ज्यादा होगा. कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स बिहार के अध्यक्ष अशोक कुमार मानते हैं कि अकेले पटना में ही शादियों से लगभग 50 हजार करोड़ रुपए के व्यापार होने की उम्मीद है.

शादी के लिए बुकिंग शुरू हो चुकी है

भारत के लिए शादियों का सीजन त्योहारों के सीजन से कम नहीं होता है. इसलिए शादियों की तैयारियां भी जोरों शोरों से होती हैं. इस बार का शादियों का सीजन कितना बिजी रहने वाला है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि सीजन शुरू होने से पहले ही ज्यादातर होटल, रिजॉर्ट बुक हो चुके हैं. राजस्थान में दिसंबर तक सभी 13000 गार्डन बुक हो चुके हैं. जबकि फरवरी तक के लिए 10,000 होटल और रिसॉर्ट में 90 फ़ीसदी की बुकिंग हो चुकी है. करोना नियमों में ढील मिलने की वजह से डेस्टिनेशन वेडिंग के भी 20 से 30 फ़ीसदी बढ़ने की उम्मीद है. जबकि होटलों में शादी प्री कोविड के मुकाबले 25 से 30 फ़ीसदी तक बढ़ गई हैं.

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