युवक की थाने में मौत पर बवाल! पुलिस बोली- जैकेट की डोरी के जरिए नल से लटक कर लगा ली फांसी

उत्तर प्रदेश 10 नवम्बर (वेदांत समाचार) | कासगंज की सदर कोतवाली की हवालात में बंद एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार लड़की भगाने के आरोप में युवक को पूछताछ के लिए एक दिन पहले पुलिस ने हिरासत में लिया था. घटना के बाद पुलिस महकमे में हडकंप मचा हुआ है. वहीं परिवार वालों ने पुलिस पर युवक की हत्या का आरोप लगाया है.

मृतक युवक की शिनाख्त सदर कोतवाली क्षेत्र के नगला सय्यैद अहरोली निवासी अल्लाफ के बेटे चांद मियां के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि युवक को एक दिन पहले लड़की भगाने के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. मंगलवार को संदिग्ध परिस्थियों में युवक की मौत हो गई. पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालात में मौत के बाद काफी सवाल उठ रहे हैं. अल्ताफ के पिता का कहना है कि उन्होंने सोमवार की शाम खुद अपने बच्चे को पुलिस को सौंपा था. 24 घंटे बाद पता चला कि मेरे बच्चे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मुझे लगता है कि पुलिस वालों ने ही फांसी लगाकर हत्या कर दी है.

पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड

मामले में एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. उनका कहना है कि जब पुलिस पूछताछ कर रही थी. तभी उसने पुलिसकर्मी से बाथरुम जाने की बात कही. पुलिसकर्मी ने उसे हवालात के अंदर बने बाथरूम में भेज दिया. कुछ देर तक बाहर न आने पर कर्मचारी द्वारा जाकर देखा गया तो उसने जैकेट के हुड में लगी डोरी को नल से बांधकर अपना गला कस लिया था.

पुलिस के दावे पर उठे सवाल

एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने कहा कि वहां मौजूद कर्मचारियों द्वारा अभियुक्त के गले से डोरी खोलकर अस्पताल ले जाया गया. जहां पर कुछ देर उपचार होने के बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस की लापरवाही सामने आने पर पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. अल्ताफ की संदिग्ध मौत का मामला जैसे ही सामने आया तो पुलिस के दावे पर सवाल उठने लगे हैं. क्योंकि जिस नल से फांसी लगाने की बात कही जा रही है. उसकी ऊंचाई महज 2 फीट होगी. ऐसे में सवाल उठता है कि कोई दो फीट ऊंचे नल पर लटककर कैसे फांसी लगा सकता है.