नई दिल्ली. टी20 विश्व कप (T20 World Cup) में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा. पहले पाकिस्तान और फिर न्यूजीलैंड से मैच गंवाने के कारण भारत सेमीफाइनल की दौड़ में पिछड़ गई औऱ अब अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए भारत अफगानिस्तान के भरोसे है. अगर अफगानिस्तान ने आज न्यूजीलैंड को हरा दिया तो भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें बनी रहेंगी. नहीं तो सोमवार को नामीबिया के खिलाफ होने वाला भारत का आखिरी लीग मैच बस औपचारिकता भर रह जाएगा. इस बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण (Bharat Arun) ने रविवार को कहा कि भारत के पहले दो मैच हारने का प्रमुख कारण टॉस था. क्योंकि टॉस जीतने वाली टीम को, विशेष रूप से दुबई की परिस्थितियों में, अनुचित लाभ मिला.
यह पहली बार है जब भारतीय टीम मैनेजमेंट में से किसी ने विश्व कप में टॉस से जुड़े अंतर के बारे में इतना खुलकर बात की. नामीबिया के खिलाफ मैच से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भरत ने कहा कि मैं कोई बहाना बनाने की कोशिश नहीं कर रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि इस विश्व कप में टॉस जीतने वाली टीम को विशेष रूप से एक बड़ा फायदा हुआ है. जब आप दुबई में खेल रहे होते हैं. जब आप दूसरी बार गेंदबाजी करने के लिए बाहर आते हैं तो विकेट आसान हो जाता है. ये कोई बहाना नहीं है. हमें बेहतर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी. पहले मैच में, हमारे पास स्कोर का बचाव करने का मौका था. लेकिन हमने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया.
भारत दुबई में 2 मैच हारा
भारत ने पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ जो मैच गंवाए थे. वो दोनों मुकाबले दुबई में खेले गए थे. इसके बाद भारत ने अबु धाबी में अफगानिस्तान और दुबई में हुए एक और मैच में स्कॉटलैंड को शिकस्त दी थी.
‘दुबई में टॉस जीतने वाली टीम को अतिरिक्त फायदा मिला’
भऱत अरूण ने आगे कहा कि टी20 जैसे प्रारूप में टॉस को इतनी बड़ी भूमिका नहीं होनी चाहिए. इस विश्व कप के दौरान यूएई में पहली और दूसरी पारी में बल्लेबाजी में बड़ा अंतर नजर आया. उन्होंने कहा, “टॉस का मैच के नतीजे पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए. लेकिन यहां टॉस जीतने वाली टीम को अतिरिक्त फायदा मिला और यही कारण है कि रन चेज करने वाली टीम टूर्नामेंट में ज्यादातर मौकों पर फायदे में रही. जबकि टी20 में ऐसा नहीं होना चाहिए.
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