उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में फतेहगढ़ स्थित जिला जेल में एक बंदी की मौत पर साथी भड़क गए। गुस्साए बंदियों ने पथराव कर जेल में आग लगा दी। सूचना मिलते ही जेल और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा। बंदियों ने जेलर और अन्य पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर दिया। हमले में 30 पुलिसकर्मी घायल होने की खबर है। वहीं, कई बंदी भी घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार, मेरापुर थाना क्षेत्र निवासी संदीप हत्या के मामले में जिला जेल में बंद था। हालत बिगड़ने पर उसे सैफई रेफर किया गया था। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलने पर बंदियों ने हंगामा कर दिया।
मौके पर पहुंचे जेलर और अन्य पुलिसकर्मियों पर भी बंदियों ने हमला कर दिया। बंदियों ने डिप्टी जेलर शैलेश कुमार सोनकर पर हमला कर दिया था। उनके साथ जमकर मारपीट की। जेल से तीन गोलियां चलने की आवाज आई। सूचना पर सीओ सिटी प्रदीप सिंह व फतेहगढ़ कोतवाल जयप्रकाश पाल कुछ सिपाहियों के साथ वहां पहुंचे। करीब 30 मिनट से लगातार अलार्म बजता रहा है।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने स्थिति नियंत्रण के लिए फायरिंग की है। बंदियों का आरोप है कि संदीप को समय से इलाज नहीं मिला। इसलिए उसकी मौत हो गई। दिवाली के दिन सही भोजन न दिए जाने का भी बंदियों ने आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दिवाली पर अहाते न खोले जाने से बंदी आसपास में मिल भी नहीं सके थे। जिला कारागार फतेहगढ़ के बंदी संदीप यादव की सैफई पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बंदी की मौत की सूचना मिलते ही जेल में हड़कंप मच गया। बंदियों ने जेल में पथराव और आगजनी कर दी। जेल पुलिस ने समय रहते नियंत्रण प्राप्त कर लिया।
डीजी जेल आनंद कुमार ने लखनऊ मुख्यालय से डीआईजी जेल बीपी त्रिपाठी को मौके पर भेजा है। आनंद कुमार ने बताया कि फतेहगढ़ जेल में बंद संदीप यादव नाम के कैदी की डेंगू से बीती रात मौत हो गई। हालत खराब होने पर उसे सैफई चिकित्सा विश्वविद्यालय भेजा गया जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कैदियों द्वारा उत्पात मचाए जाने के मामले में एफ आई आर दर्ज कराई जा रही है।
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