शुतुरमुर्ग लेने जाएगा रांची कानन पेंडारी जू का दल..

बिलासपुर 07 नवंबर (वेदांत समाचार)। रांची से एक नर शुतुरमुर्ग लेने के लिए कानन पेंडारी जू का दल 12 नवंबर को रवाना होगा। हालांकि पूर्व में आठ को जाने की योजना थी। पर कुछ विभागीय अड़चनों के कारण तारीख चार दिनों के लिए टल गई है। पर जू प्रबंधन की तैयारी पूरी है।

वन विभाग के इस जू में केवल एक मादा शुतुरमुर्ग है। हालांकि 2018 में तीन लाए गए थे। जिनमें से एक की जू में आते ही मौत हो गई। वहीं एक बाद में चल बसी। इन्हें शेर के बदले जू में लाया गया था। बताते कि जिस नर शुतुरमुर्ग की जू में दो दिन मौत हो गई थी उसे बीमार थी। इसके लिए सफर व केज की अव्यवस्था के चलते उसके पंख टूट गए थे। कानन प्रबंधन ने इसे लेकर आपत्ति जताई और दूसरे नर शुतुरमुर्ग को देने की मांग की। रांची जू प्रबंधन मान भी गया, क्योंकि तीनों शुतुरमुर्ग को वह खुद लेकर आए थे। उनकी गलती के कारण पंख टूटे थे। कानन प्रबंधन को लगाकर बामुश्किल एक महीने के भीतर शुतुरमुर्ग कानन आ जाएगा। इसके बाद कुनबा भी बढ़ने लगेगा।

पर तीन साल से एक मादा शुतुरमुर्ग को अकेले इतने बड़े केज में जीवन गुजार रही है। महीनेभर बाद भी जब रांची जू प्रबंधन से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो पत्र लिखा गया। लेकिन उन्होंने इसका भी जवाब नहीं दिया। एक तरह से तीन साल से टालमटोल कर रहे थे। पिछले दिनों उन्होंने सहमति दी। जिसके बाद बिना विलंब के कानन पेंडारी जू प्रबंधन ने शुतुरमुर्ग को लाने के लिए आठ नवंबर की तारीख तय की। इसके तहत ही तैयारी भी पूरी कर ली गई। पर रांची जू प्रबंधन के अधिकारियों ने दो – तीन दिन और आने से मना कर दिया है। जिसके तहत अब कानन प्रबंधन ने 12 नवंबर की तारीख तय की है। यदि किसी तरह की अड़चन नहीं आती है तो टीम सुबह छह बजे यहां से रवाना हो जाएगी और दूसरे दिन नर शुतुरमुर्ग को लेकर रांची से रवाना हो जाएगी।

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