1600 रुपये का मोबाइल टूटने से हताश युवक ने पेट्रोल डाल खुद को लगा ली आग, इलाज के दौरान मौत

गरियाबंद. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद (Gariband) में महज 1600 रुपये का मोबाइल देवभोग के फोकटपारा निवासी बस कंडेक्टर 40 वर्षीय रफीक उर्फ डबलू की मौत का कारण बन गया. रफीक का किसी बात को लेकर 30 अक्टूबर को अपने पड़ोसी फल विक्रेता डमरू सिन्हा के साथ विवाद हुआ था, जिसमें उसका मोबाइल फोन (Mobile Phone) टूट गया था. रफीक चाहता था कि डमरू उसके मोबाइल का हर्जाना दे, मगर जब ऐसा नहीं हुआ तो रफीक ने खुद पर पट्रोल छिड़ककर आग लगा ली. बीते 4 नवंबर को मेकाहारा में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.

देवभोग पुलिस (Devbhog Police) के मुताबिक डमरू सिन्हा से झगड़े के बाद 31 अक्टूबर को रफीक ने पट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली थी. हादसे में रफीक बुरी तरह जल गया था। उसे तत्काल देवभोग सरकारी असपताल में भर्ती कराया गया. स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे रायपुर रिफर कर दिया जहां इलाज के दौरान 4 नवंबर को उसकी मौत हो गयी. देवभोग नायब तहसीलदार अभिषेक अग्रवाल की मौजूदगी में रफीक का ब्यान दर्ज किया गया है. जिसमे उसने पड़ोसी डमरू सिन्हा के साथ विवाद होने की बात कही है.


रफीक द्वारा नायाब तहसीलदार के समक्ष दिए ब्यान के मुताबिक उसका केला ढोने को लेकर डमरू से विवाद हुआ था. इस दौरान उसके मोबाइल फोन का कीपैड मोबाइल टूट गया था. वह डमरू से अपने टूटे हुए मोबाइल का हर्जाना चाहता था, लेकिन डमरू हर्जाना देने को तैयार नही था. इसलिए उसने तैश में आकर खुदकुशी करने का फैसला लिया. रफीक के ब्यान के आधार पर देवभोग पुलिस ने डमरू सिन्हा के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया है. थाना प्रभारी विकास बघेल ने बताया कि फिलहाल मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है.

मामले में फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. वही आसपास पड़ोस के लोगो के मुताबिक रफीक झगड़ालू किस्म का इंसान था. उसका अक्सर लोगो के साथ विवाद होता रहता था. डमरू सिन्हा से भी उसका कई बार विवाद हो चुका था. मामले में रफीक द्वारा पट्रोल डालकर खुदकुशी करने से पहले कांच पीसकर खाने और जहर पीने की बात भी कही जा रही है. मगर फिलहाल इसकी पुष्टि नही हुई है. देवभोग पुलिस पीएम रिपोर्ट के बाद ही इस पर कुछ बोलने की बात कह रही है.