राजस्थान 07 नवंबर (वेदांत समाचार)। जयपुरिया अस्पताल इमरजेंसी के बाहर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां जन्म के 4 घंटे बाद ही नवजात बच्ची को उसे परिवार ने रात को तीन-चार बजे लावारिस छोड़ दिया. थोड़ी देर में ही बिना कपड़ों की नवजात को चूहों ने कुतरना शुरू कर दिया.
नवजात की दर्द भरी चींख सुनने वाला कोई नहीं थी. नवजात के शरीर पर 18 घाव मिले, एक कान चूहों ने काट दिया. सुबह हुई तो मामले की सूचना मिली. इसके बाद पुलिस और अस्पताल को दी गई. मगर जब तक नवजात की जान जा चुकी थी. शनिवार देर शाम तक नवजात का शव मोर्चरी में रखवाया गया. पुलिस अब सीसीटीवी कैमरों की तलाश कर रही है.
कोई अपनी बच्ची को कैसे छोड़ सकता है?
महज 4 घंटे की नवजात की जान खुद परिजनों ने ही ले ली. इससे सवाल खड़ा होता है कि बच्ची को पालना ही नहीं था तो उसे इस दुनिया में लाकर यूं मरने के लिए क्यो छोड़ दिया? हर कोई यही बात कह रहा कि कोई माता-पिता अपने जिगर के टुकड़े को ऐसे कैसे फेंक सकता है.
जयपुरिया अस्पताल के इमरजेंसी गेट के बाहर चूहों के कुतरने से 4 घंटे में बच्ची की शनिवार को पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका. पुलिस दिनभर कैमरों को नहीं खंगाल सकी. जानकारी के अनुसार अस्पताल के बाहर जहां बच्ची को रखा गया था, वहीं कैमरे लगे हैं. कैमरे जेडीए ने लगवाए हैं.
दोषियों की तलाश जारी
अस्पताल प्रशासन ने मामले की जानकारी पुलिस को दी दी है. बजाज नगर पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची के शव को मोर्चरी में रखवा दिया. पुलिस जल्द कैमरों में बच्ची को रखने वालों की तलाश करेगी फिर पोस्टमार्टम कराया जाएगा.
जयपुरिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता का कहना है कि जयपुरिया अस्पताल के बाहर कोई नवजात को छोड़ गया. बच्ची के काम और कुछ जगहों पर जानवरों के काटने के निशान मिले हैं. पोस्टमार्टम के लिए शव को मोर्चरी में रखा गया है. जडीएम के कैमरों से दोषियों को तलाश की जा रही है. किसी को बच्ची को नहीं रखना था तो अस्पताल में छोड़ जाता.
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